उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को गति देने के लिए बनाए गए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) को प्रदेश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश को राजधानी लखनऊ से जोड़ता है बल्कि औद्योगिक, कृषि और पर्यटन विकास को भी बढ़ावा देता है. यह एक्सप्रेसवे 341 किलोमीटर लंबा है. इसकी शुरुआत लखनऊ के चांदसराय गांव से होती है और यह गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव तक जाता है. यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे आगे 8 लेन तक बढ़ाने की क्षमता के साथ बनाया गया है.
सड़क पर कहीं भी रुकावट न हो, इसके लिए फ्लाईओवर, अंडरपास और सर्विस रोड बनाई गई हैं. मार्ग में आने वाले सभी जिलों को इससे सीधा लाभ मिलेगा. इस पर एयर स्ट्रिप (हवाई पट्टी) भी बनाई गई है, जहां वायुसेना के विमान उतारे और उड़ाए जा सकते हैं.
पहले लखनऊ से गाजीपुर तक की यात्रा में करीब 10-12 घंटे लगते थे, जबकि अब यह सफर सिर्फ 4-5 घंटे में पूरा किया जा सकता है.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के मैनेजर आशुतोष सरकार द्वारा कार के अंदर अंतरंग पल के वीडियो को वायरल करने का मामला सामने आया है. इस ‘अंतरंग वीडियो’ के वायरल होने के बाद शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची. जांच के बाद आरोपी को आउटसोर्सिंग कंपनी ने तत्काल बर्खास्त कर दिया. सिस्टम की सुरक्षा और गोपनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.