यूपी के सुल्तानपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगाए गए एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) के मैनेजर ने घिनौनी हरकत की है. मैनेजर आशुतोष सरकार पर कार के अंदर के निजी वीडियो बनाकर वायरल करने और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगा है. मामला सामने आते ही आरोपी को तुरंत नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. इस घटना ने यात्रियों की निजता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
सुरक्षा के कैमरे बने अवैध वसूली का जरिया
आशुतोष की करतूत का खुलासा हलियापुर थाना क्षेत्र में स्थित एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा के पास एक जोड़े का अंतरंग वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हुआ. एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) एक्सप्रेसवे पर लगे हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरों से हादसे, ओवरस्पीडिंग और संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए लगाया गया है. लेकिन मैनेजर आशुतोष सरकार ने अपनी एक्सेस का दुरुपयोग किया.
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, आशुतोष लंबे समय से कार के अंदर रिकॉर्ड हुए वीडियो को निकालकर वायरल कर रहा था. आरोप है कि वह एक्सप्रेसवे से लगे गांवों की महिलाओं की निजी गतिविधियों के वीडियो भी निकालकर उन्हें वायरल कर देता था, जिससे लोगों की निजता भंग हुई.
वीडियो वायरल, मामला सीएम दरबार पहुंचा
यह मामला तब खुला जब कार के भीतर बैठे एक जोड़े का अंतरंग वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. जांच में पता चला कि फुटेज एक्सप्रेसवे पर लगे आधिकारिक कैमरे का था. पीड़ितों ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. शिकायत में दावा किया गया है कि मैनेजर वीडियो दिखाकर मोटी रकम की मांग करता था, और कई बार पैसा लेने के बाद भी वीडियो वायरल कर देता था.
आरोपी मैनेजर बर्खास्त, जांच के आदेश
बर्खास्त आरोपी मैनेजर आशुतोष सरकार, NHAI के अधीन काम करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी सुपर वेव कम्युनिकेशन में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर तैनात था. मामला सामने आते ही कंपनी ने तत्काल प्रभाव से उसकी सेवा समाप्त कर दी. मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत भेजे जाने के बाद मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. अब यह जांच की जा रही है कि सिस्टम तक व्यक्तिगत एक्सेस कैसे मिला और क्या इसमें किसी और की संलिप्तता है.