मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख हैं. वह 27 मार्च 2022 तक बिहार सरकार में पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री के रूप में कार्यरत थे. कैबिनेट से हटाने के बाद उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) का गठन किया. उन्होंने पहले बॉलीवुड में स्टेज डिज़ाइनर के रूप में भी काम किया है. साहनी 'मुकेश सिनेवर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड' नामक एक कंपनी के भी मालिक हैं.
साहनी ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार किया, लेकिन बाद में उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी का गठन किया और उनकी पार्टी 2019 के भारतीय आम चुनाव के लिए बिहार में महागठबंधन का हिस्सा बनी। उन्होंने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन कोई भी सीट जीत नहीं सके।
वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार में पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री हैं (Mukesh Sahani ministry) . मुकेश सहनी बिहार में एक राजनीतिक दल, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं (Founder of Vikassheel Insaan Party). राजनीति में आने से पहले, वह बॉलीवुड में स्टेज डिजाइनर के रूप में कार्यरत थे (Bollywood stage designer). साहनी 'मुकेश सिनेवर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड' नाम की कंपनी के मालिक भी हैं (Owner of Mukesh Cineworld Private Limited).
मुकेश साहनी का जन्म 31 मार्च 1981 को पटना में मीना देवी और जीतन साहनी के घर हुआ था (Mukesh Sahani age). मुकेश सहनी का एक भाई, संतोष सहनी और एक बहन, रिंकू सहनी है (Mukesh Sahani siblings). 19 साल की उम्र में वह मुंबई पहुंचे और शुरुआती समय में, उन्होंने एक सेल्समैन के रूप में काम किया और बाद में एक सेट डिजाइनर के रूप में बॉलीवुड में शामिल हो गए. मुकेश सहनी ने कविता सहनी से शादी की (Mukesh Sahani wife जिनसे उनके दो बच्चे हैं, रणवीर और मुस्कान हैं (Mukesh Sahani children>. मुकेश को मल्लाह समुदाय का एक प्रभावशाली नेता माना जाता है, उन्हें 'मल्लाह का पुत्र' भी कहा जाता है (Son of Mallah).
सहनी ने 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार किया, लेकिन बाद में विकासशील इंसान पार्टी का गठन किया. उनकी पार्टी 2019 के भारतीय आम चुनाव के लिए बिहार में महागठबंधन का हिस्सा थी. उन्होंने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन एक भी सीट जीतने में असफल रहे. सहनी ने 2018 में विकासशील इंसान पार्टी के नाम से एक राजनीतिक पार्टी बनाई. 2020 के विधान सभा चुनावों में उनकी पार्टी ने चार सीटें जीतकर बिहार में अपनी जगह बनाई. 2020 के बिहार चुनाव में उनकी पार्टी ने एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था (Mukesh Sahani political career).
VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने बिहार सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में लोकतंत्र कमजोर हो चुका है और चुनावों में धांधली के जरिए सत्ता हासिल की जा रही है. उन्होंने कहा कि 5 किलो अनाज देकर वोट खरीदने की राजनीति लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है. एसएआर और बाबरी विवाद पर उन्होंने BJP–TMC को एक ही एजेंडे पर बताया. सहनी ने दावा किया कि नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री कुर्सी भी जल्द बीजेपी छीन सकती है.
बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद मुकेश सहनी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए NDA पर गंभीर आरोप लगाए है. सहनी ने कहा कि इस बार महागठबंधन को जो सफलता मिलनी थी, वो नहीं मिली जबकि एनडीए को सफलता मिली हम उन्हें और उनकी नेतृत्व टीम को बधाई देते हैं, लेकिन उनका जनादेश पैसे के दम पर मिला है.
बिहार में महागठबंधन के उप-मुख्यमंत्री उम्मीदवार मुकेश सहनी ने चुनाव में मिली हार के बाद NDA की जीत पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पैसा वोट खरीदने में इस्तेमाल हो रहा है जो देश के लोकतंत्र के लिए खतरा है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अगर किसी को पैसा दिया जाता है तो यह गंभीर सवाल बन जाता है.
बिहार चुनाव में शून्य पर रही VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने आरोप लगाया कि एनडीए ने महिलाओं को 10 हजार रुपये देकर चुनाव प्रभावित किया और कहा, "10 हजार में बिहार सरकार मिलती है." उन्होंने महागठबंधन की हार स्वीकार करते हुए NDA को बधाई दी. सहनी ने माना कि VIP का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और वे भविष्य में संगठन को दोबारा मजबूत करेंगे.
तेजस्वी यादव के लिए इससे बुरा हाल क्या होगा कि महागठबंधन तो चुनाव हार ही गया, अपनी सीट पर भी कड़ा संघर्ष करना पड़ा है. लेकिन, तेजस्वी यादव इस हालत के लिए अकेले ही जिम्मेदार नहीं हैं - और जिम्मेदार लोगों में राहुल गांधी भी शामिल हैं.
बिहार चुनाव में बुरी हार के बाद VIP चीफ मुकेश सहनी का बयान सामने आया है. सहनी ने कहा कि आपने पहले दस हजार रुपए की किश्त दी और सरकार बनने के बाद एक लाख नब्बे हजार रुपए देने का वादा किया. यह योजना डेढ़ करोड़ माताओं बहनों के लिए है, जिन्होंने इस उम्मीद से वोट दिया. इसका असर चुनाव में बड़ी जीत के रूप में दिखा, क्योंकि माता बहनों का वोट आंध्र के पक्ष में गया.
बिहार चुनाव का एग्जिट पोल इस बार बता रहा है कि मुकेश सहनी इस बार डिप्टी सीएम कैंडिडेट बने हैं लेकिन चुनाव में खुद भाग नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कम सीटों पर चुनाव लड़ा है और उम्मीद है कि तीन से पांच सीटें ही जीतेंगे.
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बिहार में पहले फेज की वोटिंग के बाद कहा कि NDA को को दो-चार दिन के लिए खुश होना है तो उसे खुशी मनाने दीजिए, इसमें कोई आपत्ति की बात नहीं है. वोटिंग प्रतिशत में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है। महागठबंधन की सरकार बनने वाली है.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हुए और बंपर वोटिंग दर्ज की गई. इस पर मुकेश सहनी ने कहा कि में बंपर वोटिंग बदलाव की लहर है.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आज 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इस दौरान मुकेश सहनी ने भी परिवार समेत अपना वोट डाला.
दरभंगा के गौरा-बौराम विधानसभा सीट पर गुरुवार को मतदान है. वोटिंग से पहले वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने इस सीट से चुनाव लड़ रहे अपने भाई संतोष सहनी को हटा लिया है और आरजेडी प्रत्याशी अफजल अली खान को समर्थन का ऐलान कर दिया है. मुकेश सहनी ने ऐसे ही कदम पीछे नहीं खींचे हैं?
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है. उससे दो दिन पहले दरभंगा जिले की गौरा-बौराम सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने अपने भाई संतोष सहनी को चुनावी मैदान से हटा लिया है और राजद के बागी अफजल अली खान को समर्थन देने का ऐलान किया है.
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के एक बयान ने सियासी माहौल और गरमा दिया है. सहनी का यह बयान सामने आते ही भाजपा ने इसे राजनीतिक हथियार बना लिया और महागठबंधन पर निशाना साधा. इस बीच सहनी को अपने बयान को लेकर सफाई भी देनी पड़ गई.
महागठबंधन के सहयोगी VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ की, उन्होनें कहा कि उन्हें 'नीतीश कुमार पर गर्व है. लेकिन साथ ही कहा कि 'अब बिहार का विकास रुक गया है और उन्हें रिटायरमेंट ले लेना चाहिए. वहीं ममता बनर्जी ने SIR को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा होना चाहिए.
बिहार में चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ चुनाव के वक्त बिहार आते हैं, मगर वादे पूरे नहीं करते. सहनी ने नीतीश कुमार को लेकर अमित शाह के बयान पर भी हमला बोला और एनडीए की मंशा पर सवाल खड़े किए.
बिहार की राजनीति में उपमुख्यमंत्री पद को लेकर महागठबंधन में घमासान छिड़ गया है AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए मुस्लिम चेहरे को उपमुख्यमंत्री न बनाने पर सवाल उठाए हैं. ओवैसी ने कहा, 'अगर मल्लाह का बेटा उप मुख्यमंत्री बन सकता तो क्या आदम का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता?'
बिहार में महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी ने एनडीए पर तीखा हमला बोलते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल उठाया है. सहनी ने चुनौती देते हुए कहा, 'प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घोषणा करें ना तब ना हम समझेंगे ये तो महाराष्ट्र में भी बोले थे...लास्ट में क्या हुआ? उनका खेला हुआ...सरकार महागठबंधन का बनना है.'
बिहार के चुनावी रण में दिग्गजों का धुआंधार प्रचार जारी है, इस बीच महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी और चिराग पासवान के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. सहनी ने चिराग पर तंज कसते हुए कहा कि 'हनुमान बनने चले थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें बंदर बना दिया और उनकी पार्टी को भी तोड़ दिया.'
दरभंगा की गौरा बौराम सीट पर चुनावी घमासान तेज हो गया है, जहां RJD और VIP के बीच सीट बंटवारे को लेकर अजीब स्थिति पैदा हो गई है. इस बीच स्थानीय लोगों से चुनावी माहौल पर बात की गई जहां महिलाओं ने अपनी राय रखी. एक महिला ने कहा कि 'यहां पर कोई नहीं आता न ही कुछ करता है.'
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने दरभंगा में महागठबंधन से अपनी पार्टी के उम्मीदवार उमेश सहनी के कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर अपनी बात रखी. उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा में उनका कोई उम्मीदवार शामिल नहीं हुआ है, बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी ने भाजपा को समर्थन दिया है. यादव ने जोर देकर कहा कि दरभंगा शहर में इस बार बदलाव होगा और महागठबंधन के प्रत्याशी उमेश सहनी चुनाव जीतेंगे.
बिहार की राजनीति में उपमुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहरा गया है. महागठबंधन के डिप्टी सीएम चेहरे और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने आज तक से खास बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.