ठाकरे ब्रदर्स के साथ आने की अटकलों पर शिवसेना यूबीटी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि दोनों भाई अब एक मंच पर आए हैं, लोग चाहते है कि दोनों भाई साथ काम करें. उन्होंने कहा कि INDIA अलायंस में कोई मतभेद नहीं हैं और हमारी लड़ाई तो मराठी अस्मिता को बचाने की है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना को करीब दस फीसदी वोट मिला और 20 सीटें. जबकि राज ठाकरे की पार्टी मनसे तो खाता भी नहीं खोल पाई. यहां तक कि राज ठाकरे के बेटे भी चुनाव हार गए. BMC चुनाव से पहले मराठी-हिंदी विवाद के चलते दोनों ठाकरे बंधु एक मंच पर तो आए, लेकिन राज ठाकरे के बदलते सुर ने उद्धव को फिर से परेशानी में डाल दिया.
दुर्भाग्य है कि मुंबई में मराठी न बोल पाने वाले एक कारोबारी को थप्पड़ मारने वाले अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं और न ही संतोष राणे जैसे अहंकार में चूर नेताओं के खिलाफ मामला ही दर्ज हो सका है. इससे तो यही समझा जाएगा कि सरकार भी ऐसे लोगों के सामने झुक गई है, जो चाहते हैं कि हिंदी भाषी डरकर रहें या मराठी बोलना नहीं आती है तो मुंबई छोड़ दें.
मराठी विवाद के बीच अब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के तेवर नरम पड़ते नजर आ रहे हैं. उद्धव बार-बार यह सफाई दे रहे हैं कि हम हिंदी के खिलाफ नहीं हैं. वहीं, राज भी बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. इसके पीछे क्या है?
महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुंबई में एक फूड स्टॉल मालिक को मराठी न बोलने पर पीटे जाने के बाद यह मामला और गरमा गया. इस घटना के विरोध में व्यापारी संगठनों ने रैली निकाली, जिसके खिलाफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने भी आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. कई जगहों पर MNS कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिली, जिसके बाद हंगामा हुआ और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.
महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर राजनीतिक तनाव बढ़ गया है. मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेताओं की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें संदीप देशपांडे और अविनाश यादव शामिल हैं. पुलिस पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए MNS ने मोर्चा निकालने की बात कही है. मीरा रोड में पुलिस ने MNS के मोर्चे को अनुमति देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया.
महाराष्ट्र में एक मोर्चा को लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है. पहले सरकार ने इस मोर्चे को इजाजत देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद कुछ नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया. हालांकि, बाद में अचानक इस मोर्चे को मंजूरी दे दी गई, लेकिन उसका रूट बदलने के लिए कहा गया. इस दौरान एक विधायक और सरकार के मंत्री प्रताप सरनाइक भी वहां पहुंचे, जहां उन्हें 'गो बैक' के नारों का सामना करना पड़ा. इस पर आजतक ने उनसे की बात.
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे मुंबई के अम्बुली पुलिस स्टेशन पहुंचीं, जहां उन्होंने एक एमएनएस कार्यकर्ता के बेटे के साथ हुए एक्सीडेंट के मामले में अपनी शिकायत दर्ज कराई. राजश्री मोरे ने बताया कि उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गईं, जिसमें उन्होंने मराठी लोगों को अधिक मेहनत करने की बात कही थी.
फूड स्टॉल मालिक को मराठी न बोलने पर पीटे जाने की घटना के बाद व्यापारी संगठनों के विरोध के खिलाफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने रैली निकाली. इस रैली के दौरान कई MNS कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. राजनीतिक तनाव और भाषाई विवाद पर नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर राजश्री मोरे ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि मुंबई के राजनेता जावेद शेख के बेटे राहिल जावेद शेख के कारण मुंबई में उनके साथ हादसा हुआ.
थ्री लैंग्वेज पॉलिसी के खिलाफ उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने जंग छेड़ दी. महाराष्ट्र सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा और दो दशक बाद दोनों भाई पहली बार किसी सार्वजनिक मंच पर आए. उद्धव और राज ठाकरे के इस 'मराठी वॉर' के पीछे क्या है?
मंच पर राज और उद्धव ठाकरे के साथ-साथ इस विजय रैली में भाग लेने वाली पार्टियों के अध्यक्ष या राज्य प्रमुख भी मौजूद रहेंगे. हालांकि, एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के इस रैली में शामिल नहीं होने की बात सामने आ रही है.
मुंबई में मिठाई की दुकान के मालिक के साथ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पीड़ित ने बताया कि मनसे कार्यकर्ता उनकी दुकान पर आए और पानी की बोतल मांगी. जब दुकान के कर्मचारी ने हिंदी में जवाब दिया तो कार्यकर्ताओं ने उसे पीट दिया.
मुंबई में राज ठाकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भांडुप और कांजूरमार्ग इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्कूलों में हिंदी पढ़ाए जाने का विरोध किया. उन्होंने दुकान में जाकर हिंदी की किताबों को फाड़ा और उन्हें सरेआम आग के हवाले कर दिया. इस दौरान दुकानदारों को भी साफ शब्दों में चेताया कि अगर मराठी स्कूलों में हिंदी पढ़ाई गई तो वे चुप नहीं बैठेंगे और गंभीर अंजाम हो सकते हैं.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे ने कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक सिनेरियो फिसलन भरी कीचड़ की तरह हो गया है, जिसमें पार्टी लाइनें धुंधली हो रही हैं. लोगों को यह तय करना चाहिए कि राजनेताओं को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए.
नए समीकरण एमवीए की एकजुटता को चोट पहुंचा सकते हैं और राज्य में सत्ता के संतुलन को बदल सकते हैं. अहम सवाल यह है कि क्या उद्धव ठाकरे पिछले चुनावी मुकाबलों में अपने साथ खड़े गठबंधन को छोड़कर क्षेत्रीय पहचान पर जोर देते हुए राज ठाकरे की एमएनएस के साथ एक नया रास्ता बनाएंगे?
राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने का फैसला अचानक नहीं लिया, बल्कि इससे पीछे की वजह दोनों भाइयों की बीच लगातार बढ़ते मतभेद और अधिकारों की लड़ाई रही, जो 1995 से शुरू हुई थी. वैसे तो शिवसेना में बाल ठाकरे के सबसे करीबी राज ठाकरे हुआ करते थे और उन्हें ही राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता था.
शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक साथ आने की संभावना पर नितेश राणे ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने महाराष्ट्र में जोरदार जीत हासिल की है और इसी वजह से हम उनके बीच किसी गठबंधन को लेकर चिंतित नहीं हैं.
महाराष्ट्र सरकार ने हिंदी को तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने का फैसला किया है. इस फैसले का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया है. एमएनएस ने सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की है. सरकार का कहना है कि यह कोई नया आदेश नहीं है और इसका मकसद छात्रों को एक और भाषा सिखाना है.
महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों पर हो रहे हमलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है.याचिका में आरोप लगाया गया है कि महाराष्ट्र नव निर्माण सेना और उसके नेता राज ठाकरे के भड़काऊ भाषणों के कारण हिन्दी भाषी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और उन पर हमला किया जा रहा है.
महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी और औरंगजेब को लेकर विवाद चल रहा है. इस बीच, MNS ने औरंगजेब की कब्र से जुड़ी मांगों का ज्ञापन दिया है. इनमें कब्र पर सजावट न करना, सरकारी खर्च न करना और फूल-चादर चढ़ाने वालों पर मुकदमा चलाना शामिल है. MNS कार्यकर्ताओं ने छत्रपति संभाजी नगर में पोस्टर भी लगाए हैं.