'लैंड फॉर जॉब' स्कैन (Land For Job Scam) उस समय का है, जब लालू यादव (Lalu Yadav) रेल मंत्री थे. खबरों के मुताबिक लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी. लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे (Land For Job Scam Bihar).
दिल्ली की अदालत ने लालू यादव, राबड़ी देवी (Rabri Devi) और उनकी बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) के खिलाफ 28 फरवरी 2023 को समन जारी किया था (Summon against Lalu Yadav, Delhi Court). इस घोटाले के सिलसिले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू फैमिली समेत 14 आरोपियों को समन जारी किया है. सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने को कहा गया था. 15 मार्च को अदालत सभी आरोपियों से पूछताछ करने के बाद आरोप तय किए थे
इस मामले में 10 अक्टूबर 2022 को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था. जुलाई 2022 में ही सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए उनके ओएसडी थे. सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था. यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था (Lalu Yadav Arrest in Land For Job Scam).
सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं. सीबीआई ने ये भी पाया कि जोनल रेलवे में सब्स्टीट्यूट की भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं किया गया था. लेकिन, जिन परिवारों ने यादव परिवार को अपनी जमीन दी, उनके सदस्यों को रेलवे में मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में नियुक्ति दी गई. ED के मुताबिक, कुछ उम्मीदवारों के आवेदनों को अप्रूव करने में जल्दबाजी दिखाई गई. कुछ आवेदनों को तीन दिनों में ही अप्रूव कर दिया गया था. पश्चिम मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे ने उम्मीदवारों के आवेदनों को बिना पूरे पते के भी अप्रूव कर नियुक्त कर दिया. लालू यादव और उनकी फैमिली ने कथित तौर पर 7 उम्मीदवारों को जमीन के बदले नौकरी दी थी. इनमें से पांच जमीनों की बिक्री हुई थी, जबकि दो गिफ्ट के तौर पर दी गई थी (CBI on Land For Job Scam).
लैंड फॉर जॉब मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में एक बार फिर आरोप तय करने का फैसला टल गया है. यह फैसला तीसरी बार टला है. विशेष जज ने सीबीआई से सभी आरोपियों का स्टेटस मांगा है, क्योंकि 103 में से चार आरोपियों की मौत हो चुकी है.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने दिल्ली की एक अदालत में अर्जी दाखिल कर अपने खिलाफ चल रहे लैंड-फॉर-जॉब्स और IRCTC घोटाला से संबंधित तीन भ्रष्टाचार मामलों को स्पेशल जज विशाल गोगने से किसी अन्य जज को स्थानांतरित करने की मांग की है.
आईआरसीटीसी (IRCTC) और लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में आज आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के लिए फैसले का दिन रहा. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाते हुए लालू यादव और अन्य आरोपियों पर आरोप तय किए है. यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे.
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव पर आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में जमीन के बदले नौकरी से जुड़े घोटाले में फैसला आया है. इस सुनवाई के लिए लालू व्हीलचेयर पर कोर्ट पहुंचे, उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी साथ मौजूद थीं. कोर्ट में पेशी से पहले लालू को दिल्ली में सुबह सैर करते हुए भी देखा गया था.
लालू यादव. तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के खिलाफ आईआरसीटीसी स्कैम में आरोप तय करने पर राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने लालू-राबड़ी और तेजस्वी को झटका देते हुए धारा 420 के तहत आरोप तय कर दिए हैं.
बिहार की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम है. आज लालू परिवार से लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी की राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब स्कैम और आईआरसीटीसी मामसे में पेशी हुई. इस घटनाक्रम पर पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'हर आदमी को अपने कर्म का फल भोगना पड़ता है'.
IRCTC और लैंड फॉर जॉब्स घोटाले के मामले में आज लालू परिवार राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुआ. यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, लालू पर आरोप है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी देने और आईआरसीटीसी के होटलों को पट्टे पर देने के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कौड़ियों के भाव जमीनें लीं.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने IRCTC स्कैम मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ औपचारिक आरोप तय कर दिए हैं. अदालत ने पाया कि लालू यादव ने टेंडर प्रक्रिया में दखल दिया और संपत्तियों का मूल्यांकन कम कर आर्थिक नुकसान पहुंचाने की साजिश रची गई.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट सोमवार को लैंड फॉर जॉब मामले में अपना फैसला सुना सकती है. इसी के परिणामस्वरूप लालू-राबड़ी और तेजस्वी आज दिल्ली आएंगे, क्योंकि अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और सभी पक्षों को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था.
दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ आरोप तय करने की सुनवाई पूरी कर ली है. इस मामले में फैसला 13 अक्टूबर को सुनाया जाएगा. CBI ने आरोप लगाया कि इस मामले में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. कुछ सेल डीड को छोड़कर ज़मीन खरीद के लिए ज़्यादातर पैसों का लेनदेन कैश में ही हुआ.
कोर्ट ने कहा कि यह मामला हाई कोर्ट में ही तय होना चाहिए और शीर्ष अदालत इसमें दखल नहीं देना चाहती. इस फैसले के बाद ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले में लालू यादव के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही अब बिना किसी रोक के आगे बढ़ेगी.
लैंड फॉर जॉब घोटाले में जांच एजेंसी सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में अपना जवाबी हलफनामा दायर कर दिया है. सीबीआई ने हलफनामे में खुलासा करते हुए बताया कि तत्कालीन रेल मंत्री और घोटाले के मुख्य आरोपी लालू यादव ने सरकारी बाबुओं पर दबाव बनाया कि वे रेलवे में उन लोगों को फौरन नियुक्ति दें, जिन्होंने उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जमीन दी है.
बीते दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने लैंड फॉर जॉब मामले से जुड़े केस लालू यादव की चार्जशीट खारिज करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था. अब इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट आज फैसला सुना सकती है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने RJD चीफ लालू प्रसाद यादव की उस याचिका पर स्वीकार करने से इंकार कर दिया, जिसमें उन्होंने सीबीआई मामले में ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की थी. कोर्ट ने नोट किया कि मामला विशेष न्यायाधीश के समक्ष आरोपों पर बहस के लिए सूचीबद्ध है. यह याचिकाकर्ता के लिए अपनी बात रखने और उस पर निर्णय हासिल करने का एक अतिरिक्त अवसर होगा.
दिल्ली के एक अदालत ने लैंड फॉर जॉब मामले में आरोपी तेज प्रताप यादव को 17 मई से 23 मई के बीच मालदीव जाने की इजाजत दी है. इस बाबत कोर्ट ने 25 लाख रुपये जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया है. साथ ही कोर्ट ने उन्हें अपनी यात्रा से जुड़ी जानकारी भी साझा करने का निर्देश दिया है.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लालू यादव परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में ED ने लालू यादव से पूछताछ की. इससे पहले राबड़ी देवी से भी सवाल किए गए थे. लालू से पूछा गया कि उनके रेल मंत्री रहते हुए नौकरी पाने वालों ने अपनी जमीन राबड़ी देवी या उनके परिवार के सदस्यों को क्यों बेची.
लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पटना स्थित ईडी दफ्तर पहुंच चुके हैं. अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन दिए जाने के आरोपों पर लालू यादव से सवाल किए जाएंगे
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "एजेंसी तो सारी बीजेपी की टीम है, इनका सारा काम अब बिहार में दिखेगा. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है, हम कानून का पालन करेंगे. बुलाया है तो हम लोग जाएंगे लेकिन इन सब चीजों से कुछ होना नहीं है."
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ईडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि ईडी बीजेपी की टीम है और उनके इशारे पर काम कर रही है. तेजस्वी ने दावा किया कि बीजेपी डर की वजह से ऐसा कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर बीजेपी ऐसी कार्रवाई करती है.
लालू यादव के परिवार पर ईडी ने लैंड फॉर जॉब केस में कार्रवाई की है. इस मामले में कोर्ट से राहत न मिलने के कारण परिवार को जांच का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, लालू परिवार ने आरोप लगाए हैं कि उनके साथ अन्याय हो रहा है. इसपर, मंत्री अशोक चौधरी ने तंज कसा है.
जमीन घोटाले में लालू परिवार पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. आज लालू यादव से ईडी पूछताछ करेगी. इससे पहले कल राबड़ी देवी से घंटों पूछताछ हुई थी. तेजस्वी यादव ने इसे चुनाव के समय साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि वे डरने वाले नहीं हैं और कानून का पालन करेंगे.