कठुआ (Kathua) जिला केंद्र प्रशासित जम्मू और कश्मीर के जम्मू संभाग का एक जिला है. यह उत्तर पश्चिम में जम्मू, उत्तर में डोडा और उधमपुर जिलों से घिरा हुआ है. पूर्व में हिमाचल प्रदेश राज्य, दक्षिण में पंजाब और पश्चिम में पाकिस्तान की सीमा से घिरा है.
इसके भूभाग में कश्मीर सीमा पर समृद्ध कृषि क्षेत्र, पूर्व की ओर हिमालय की तलहटी तक फैले मैदान और पूर्व में पहाड़ी क्षेत्र शामिल हैं. कठुआ जिले को 8 ब्लॉकों में विभाजित किया गया है- बानी, बरनोटी, बशोली, बिलावर, डुग्गन, घगवाल, हीरानगर, कठुआ और लोहाई मल्हार. इसमें लगभग 512 गांव हैं.
कठुआ की पारंपरिक भाषा डोगरी है. पूर्व के पर्वतीय क्षेत्र में पहाड़ी भाषाएं प्रचलित हैं. शिक्षा का प्रमुख माध्यम अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू हैं.
कठुआ रेप-मर्डर केस में बुधवार को एक अहम मोड़ आया जब मुख्य आरोपी शुभम सांगरा ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से अपनी रिवीजन बेल याचिका वापस ले ली. सुप्रीम कोर्ट पहले ही उसे नाबालिग नहीं मान चुका है और उसके खिलाफ एडल्ट की तरह ट्रायल चलने का रास्ता साफ कर चुका है.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में धर्मांतरण के शक में एक ईसाई मिशनरी के दल पर हुए हमले से इलाके में तनाव है. रिपोर्ट के अनुसार, 'पुलिसकर्मी खड़े हैं, रोकने की भी कोशिश नहीं.' यह घटना तब हुई जब ग्रामीणों ने ईसाई मिशनरी के लोगों पर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाकर हमला कर दिया और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की. इस हमले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है.
कठुआ जिले के धनी बाख्ता गांव में धर्म परिवर्तन कराने पहुंचे ईसाई मिशनरी दल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. घटना के समय मौजूद आठ पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण उन्हें SSP कठुआ ने तुरंत निलंबित कर दिया.
जम्मू में भारी बारिश के कारण स्टेशन के बाहर पानी भर गया, जिससे कई गाड़ियां डूब गईं. राजकीय गांधी स्मारक विज्ञान महाविद्यालय भी जलमग्न हो गया और छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया. इधर जम्मू-कश्मीर के अखनूर में चिनाब नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया, जिससे मंदिर डूब गए. कठुआ जिले के लखनपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में रावी नदी में फंसे छह जवानों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला गया.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 6 जवान फ्लैश फ्लड में फंस गए. सीआरपीएफ कैंप के चारों तरफ अचानक बाढ़ आ गई. बारिश के कारण यह स्थिति बनी. सेना ने हेलिकॉप्टर का उपयोग कर जवानों का रेस्क्यू किया. हेलिकॉप्टर आया और जवानों को सुरक्षित लेकर उड़ गया.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से कई जगहों पर बाढ़ के हालात बने हुए हैं. डोडा और कटवा में भी सैलाब का सितम जारी है, जहां सड़कें बह गई हैं और लोगों के घर भी प्रभावित हुए हैं. लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है, जिससे संपर्क कट गया है. इस बीच, राजस्थान में पिछले 30 घंटे में बाढ़ से 14 लोगों की मौत हुई है. राज्य के आठ जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं और कई जिलों में आज भी ऑरेंज अलर्ट जारी है, जिसके चलते स्कूलों को बंद किया गया है.
जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है. किश्तवाड़ में बादल फटने और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है. यहां सैकड़ों लोग प्रभावित हुए और 60 से अधिक लोगों की जान चली गई. राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहा है. राजौरी में जमीन धंसने की घटनाएं सामने आई हैं. कठुआ में तीन जगहों पर बादल फटने से सात लोगों की मौत हुई और 12 लोग घायल हुए.
जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक, बादल फटने के 7 खतरनाक जोन देश के लिए चुनौती बने हुए हैं. फ्लैश फ्लड और भूस्खलन जैसे खतरे जान-माल और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियां इस समस्या को बढ़ा रही हैं.
Jammu Kashmir Kathua cloudburst: कठुआ घाटी में cloudburst से 7 लोगों की मौत, कई घर मलबे में दबे. Viral video में महिला कीचड़ में फंसी, जिसे Army और locals ने बचाया. Rescue operation जारी.
पहाड़ों पर बादल फटने की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, जो प्रकृति और मानव के बीच असंतुलन का संकेत हैं. मंडी-धराली से कठुआ-किश्तवाड़ तक की तबाही हमें सिखाती है कि हमें प्रकृति के साथ तालमेल बनाना होगा. सरकार और समाज को मिलकर जलवायु परिवर्तन से निपटने और बेहतर तैयारी के लिए कदम उठाने होंगे.
कठुआ में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. पहाड़ों पर कुदरत का क्रोध बरस रहा है, जिससे लोगों की जिंदगी खतरे में है. चटकती चट्टानें और धराते पहाड़ लोगों में खौफ भर रहे हैं. बादल फटने से कठुआ में दहशत का माहौल है. अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है और कई घायल हैं.
जम्मू कश्मीर के कठुआ में कुदरत का कहर बरपा है. बादल फटने के बाद इलाके में भारी तबाही मची है. अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है और कई घायल बताए जा रहे हैं. मलबे और पानी के तेज बहाव ने घरों, दुकानों और रास्तों को तबाह कर दिया है. एक पुलिस स्टेशन भी सैलाब की चपेट में आ गया है.
देश के पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और फ्लैश फ्लड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे जान-माल का बड़ा नुकसान हो रहा है. जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और कठुआ में हाल ही में हुई घटनाओं से भारी तबाही हुई है, जिसमें कई लोग लापता हैं और राहत कार्य जारी है. देखें रिपोर्ट.
पहाड़ी राज्यों में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है. जम्मू-कश्मीर के कठुआ, किश्तवाड़ और हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने की घटनाओं से तबाही हुई है. बारिश और भूस्खलन के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं. कठुआ में बादल फटने के बाद सात लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए हैं. देखें विशेष.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया, जिसमें दिल्ली-एनसीआर को एक्सप्रेसवे का तोहफा मिला. उन्होंने 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को अपनाने और भारत का पैसा भारत में ही रहने पर जोर दिया. दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और कठुआ में बादल फटने से कई लोगों की जान गई.
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण भारी तबाही मची है. कठुआ में बादल फटने से सात लोगों की जान चली गई है और कई मकान मलबे की चपेट में आ गए हैं. किश्तवाड़ में भी चार दिन पहले बादल फटा था और वहां भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ और हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने से भारी तबाही मची है, जिसमें कई लोगों की मौत और कई लापता हैं. SDRF और NDRF की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं. देखें न्यूज बुलेटिन.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के घाटी क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, कई घर मलबे और बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. जम्मू-पठानकोट नेशनल हाइवे को भी नुकसान पहुंचने की रिपोर्ट है. राहत और बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है और हालात को संभालने की कोशिशें जारी हैं. इससे पहले किश्तवाड़ में भी बादल फटने की घटना हुई थी.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. इस घटना में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. यह जम्मू-कश्मीर में चार दिनों के भीतर बादल फटने की दूसरी घटना है. इससे पहले किश्तवाड़ में भी बादल फटा था, जहाँ अभी भी बचाव अभियान जारी है और 65 से अधिक शव बरामद किए गए हैं.
जम्मू-कश्मीर में कठुआ के वृद्धाश्रम से भाई-बहन के मिलन का एक भावुक वीडियो सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 82 साल के बड़े भाई को राखी बांधने के लिए बहन वृद्धाश्रम पहुंची थी. बहन को देखकर भाई का चेहरा खिल उठा और दोनों की आंखें छलक गईं.
एक पाकिस्तानी नागरिक को सीमा पार कर आक्रामक तरीके से बाड़ की ओर बढ़ते हुए पाया गया. सतर्क जवानों ने उसे चेतावनी दी, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया. खतरे को भांपते हुए बीएसएफ ने उसके पैरों में गोली मारी. सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया व्यक्ति चरवाहे के रूप में घुसपैठ कर रहा था.