गुरदासपुर
गुरदासपुर (Gurdaspur) भारतीय गणराज्य के प्रांत पंजाब (Punjab) का एक जिला है और इसका मुख्यालय गुरदासपुर शहर है. यह जालंधर डिवीजन का एक हिस्सा है. इस जिले का क्षेत्रफल 3,551 वर्ग किलोमीटर है (Gurdaspur Geographical Area).
गुरदासपुर जिले में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha constituency) और 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं (Assembly Constituency) .
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक गुरदासपुर की जनसंख्या (Gurdaspur Population) लगभग 23 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 647 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 895 है. यहां की 79.95 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. गुरदासपुर में पुरुष 84.56 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 74.85 फीसदी है (Gurdaspur Literacy).
गुरदासपुर की स्थापना 17वीं शताब्दी की शुरुआत में गुरिया जी ने की थी. उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम गुरदासपुर पड़ा. उन्होंने संगी गोत्र के जाटों से गुरदासपुर के लिए जमीन खरीदी. कौशल गोत्र के सांवल ब्राह्मण गुरिया जी गुरदासपुर से 5 मील उत्तर में स्थित पनियार गाँव के थे. गुरिया जी के पूर्वज बहुत समय पहले अयोध्या से आकर पनियारी में बस गए थे (Gurdaspur History).
गुरदासपुर जिला पंजाब राज्य का सबसे उत्तरी जिला है. और रावी और ब्यास नदी के बीच स्थित है. इसके उत्तर में पठानकोट जिला, उत्तर-पूर्व में ब्यास नदी, होशियारपुर जिला दक्षिण-पूर्व में, दक्षिण में कपूरथला जिला, दक्षिण पश्चिम में अमृतसर जिला और उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान है (Location).
गुरदासपुर में स्थित महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों में छोटा घल्लुघरा, गुरुद्वारा श्री कंध साहिब (गुरु नानक देव जी की शादी यहीं पर हुई थी), अचलेश्वर धाम मंदिर इत्यादि शामिल हैं (Gurdaspur tourist spots).
गुरदासपुर थाने पर हुए ग्रेनेड अटैक की जांच ने पंजाब की सरहद के आर-पार फैले एक खतरनाक नेटवर्क का चेहरा बेनकाब कर दिया है. ISI स्पॉन्सर्ड मॉड्यूल, विदेशी हैंडलर और लोकल 'फुट सोल्जर्स', जांच ने ऐसे धागों को जोड़ा है, जो सिर्फ एक ग्रेनेड अटैक नहीं बल्कि पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश की ओर इशारा करते हैं.
गुरदासपुर में एक रिटायर्ड फौजी ने पारिवारिक विवाद के चलते AK-47 बंदूक से पत्नी और सास को मौत के घाट उतार दिया. और इसके बाद जब पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए पहुंची तो फिर क्या हुआ. देखिए पंजाब आजतक में.
गुरदासपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक जेल गार्ड ने घरेलू विवाद के चलते अपनी ड्यूटी वाली AK-47 से पत्नी और सास की हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने सरकारी क्वार्टर में छिप गया, जहां पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा, लेकिन घंटों की घेराबंदी के बाद उसने खुद को भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया.
पंजाब के गुरदासपुर में बेहद खौफनाक वारदात सामने आई है. यहां केंद्रीय जेल में तैनात एक कर्मचारी और पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह ने अपनी पत्नी और सास की AK-47 से हत्या कर दी. इसके बाद सरकारी क्वार्टर में जाकर छिप गया. पुलिस के समझाने के बावजूद आरोपी ने सरेंडर नहीं किया. अंत में उसी राइफल से खुद को भी गोली मार ली. यह घटना सुबह उस समय सामने आई, जब पता चला कि गुरप्रीत सिंह ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी और सास को गांव खुथी में गोली मार दी. दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई.
पंजाब के गुरदासपुर में एक महिला हरजीत कौर का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपनी बुज़ुर्ग सास गुरभजन कौर को बाल खींचकर, थप्पड़ व गालियां देती दिखी. महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि बहू शराब पीकर मारती-गाली देती है. वह संपत्ति अपने नाम करने का दबाव डालती है.
हाल में एक बहू द्वारा उसकी बुजुर्ग सास की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ था. इसमें बहू अपनी बूढ़ी सास को चांटे ही चांटे मार रही थी और गालियां दे रही थी. पंजाब के गुरदासपुर जिले की आरोपी महिला के खिलाफ अब राज्य महिला आयोग ने कार्रवाई की मांग की है.
पंजाब के गुरदासपुर जिले के कोठे गांव में बहू द्वारा बुजुर्ग सास की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो में बहू बाल पकड़कर सास को खींचती और थप्पड़ मारती दिख रही है. पोता इस घटना का वीडियो बना रहा है. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की है और महिला आयोग ने स्वत संज्ञान लेकर रिपोर्ट मांगी है.
राहुल गांधी पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर थे. जहां वे गुरदासपुर के मकोड़ा पत्तन में बाढ़ पीड़ितों से मिलने और रावी नदी पार के सात-आठ गांवों में नाव से जाना चाहते थे. हालांकि, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए आगे जाने से रोक दिया और राहुल गांधी को वापिस लौटना पड़ा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पंजाब के दौरे पर हैं. उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की. राहुल गांधी गुरदासपुर पहुंचे और ट्रैक्टर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने गुरुद्वारा पहुंचकर मत्था टेका. अमृतसर में भी उन्होंने बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं. उन्होंने ट्रैक्टर पर बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. राहुल गांधी ने कोनेवाल गांव में एक परिवार से मिलकर नुकसान की जानकारी ली, जिसका घर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था. उन्होंने अमृतसर बॉर्डर के पास स्थित इस गांव में लोगों से बात की. राहुल गांधी ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और अरदास में शामिल हुए.
राहुल गांधी पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. वह अमृतसर जिले के गुनेवाल गांव के बाद अब गुरदासपुर के गुरचक गांव पहुंचे हैं. यह पूरा क्षेत्र बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ था. बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान हुआ, पशुधन का नुकसान हुआ और मानवीय क्षति भी हुई. पंजाब में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. राहुल गांधी ग्राउंड जीरो पर हैं और उनके साथ पंजाब कांग्रेस के शीर्ष नेता भी मौजूद हैं.
राहुल गांधी पंजाब के अमृतसर पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. वे सबसे पहले अमृतसर के धुनिवाल गांव गए और ट्रैक्टर पर सवार होकर लोगों के बीच पहुंचे. जहां उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से मिलकर संवेदना व्यक्त की. इसके बाद वह गुरुद्वारा भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने उन लोगों से बात की जिन्होंने बाढ़ में अपना सब कुछ गंवा दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरदासपुर के टिबरी मिलिट्री स्टेशन पहुँच चुके हैं। यहाँ एक अहम बैठक शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी कुछ ही मिनट पहले चॉपर से अंदर लैंड किए। बैठक में भाजपा नेता, पंजाब सरकार के नुमाइंदे, जिनमें राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुनिया, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया और विधायक कुलदीप धालीवाल शामिल हैं, मौजूद हैं। पंजाब के मुख्य सचिव, डीजीपी और कृषि, राजस्व तथा आपदा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित हैं। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया भी बैठक में हैं। यह बैठक लगभग 30-40 मिनट तक चल सकती है, जिसके बाद पंजाब को राहत देने पर निर्णय होगा। पंजाब के 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जिससे 4,00,000 की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हुई है। लगभग 1,90,000 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई है। इस बाढ़ में अब तक 50 से अधिक जानें जा चुकी हैं। गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का और अमृतसर जैसे चार प्रमुख जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। पंजाब के 13,000 में से 2300 गाँव प्रभावित हैं। पंजाब सरकार और अकाली दल ने 20,000 करोड़ रुपये की राहत की मांग की है।
पंजाब के सभी 23 जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. करीब 2000 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं. इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है, जबकि 1,75,000 हेक्टेयर में खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है. सतलुज, ब्यास और रावी नदियां अब भी उफान पर हैं, जिससे लोग संकट में फंसे हुए हैं. इस तबाही के बीच प्रधानमंत्री मोदी 9 सितंबर को पंजाब के गुरदासपुर का दौरा करेंगे और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे.
पंजाब में भीषण बाढ़ से जन-जीवन प्रभावित, 46 मौतें और 2000 गांव डूबे. पीएम मोदी गुरदासपुर दौरे पर, राहत कार्य जारी.
पंजाब में आई आपदा से लोग प्रभावित हैं. इस मुश्किल समय में पंजाब के कलाकार और गायक राहत कार्यों में योगदान दे रहे हैं. गायक इंद्रजीत निक्कू पहले दिन से ही गुरदासपुर, अमृतसर और फिरोजपुर जैसे इलाकों में राहत पहुंचा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी कमाई का सारा पैसा इन कार्यों में लगाने का फैसला किया है. निकु की पहल से प्रेरित होकर कई लोग उनके साथ जुड़ गए हैं और फंड भेज रहे हैं.
पंजाब में रावी, सतलुज और ब्यास नदियों में उफान के कारण गुरदासपुर, पठानकोट और जालंधर सहित माझा क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. खेतों और घरों में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति भारी नाराजगी देखी जा रही है. निवासियों ने क्या कुछ कहा, जानने के लिए देखें ग्राउंड रिपोर्ट.
पंजाब में भीषण बाढ़ से अब तक 30 मौतें हो चुकी हैं और 2.56 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. 1,300 से ज्यादा गांवों और 96,000 हेक्टेयर खेतीबाड़ी को नुकसान पहुंचा है. NDRF, आर्मी और पुलिस राहत कार्यों में जुटी है. होशियारपुर में हालात गंभीर हैं. सरकार ने स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं और मेडिकल कैंपों के जरिए स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं.
पंजाब में बारिश आफत बनकर बरस रही है, जिससे 9 जिले और 1018 गांव पानी में डूबे हुए हैं. खेती वाली जमीन पर पानी भर चुका है, जिससे किसान बेबस नजर आ रहे हैं. जगह-जगह गुरुद्वारा लोगों को शरण दे रहे हैं और हजारों लोगों का खाना बना रहे हैं ताकि कोई भूखा न सोए. देखें विशेष.
भारत और पाकिस्तान, दोनों तरफ पंजाब में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. अटारी-वाघा बॉर्डर से लेकर करतारपुर कॉरिडोर तक पानी भर गया है, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए और आवाजाही ठप हो गई है. पंजाब में बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं, जबकि पाकिस्तानी पंजाब में 2 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं. मानसूनी बारिश से पाकिस्तान में अब तक 800 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.
जम्मू और हिमाचल में भारी बारिश के कारण पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर हैं. गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर और फिरोजपुर के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. सतलुज, व्यास, रावी, झेलम और चिनाब नदियां उफान पर हैं. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा और कॉरिडोर भी प्रभावित हुए हैं. देखें पंजाब आजतक.