
भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन दो विवादास्पद फैसलों के बाद इंग्लिश टीम तीसरे अंपायर से नाखुश दिखी. पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और हेड कोच क्रिस सिल्वरवुड ने मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से बात की. कप्तान और कोच ने मैच रेफरी से कहा कि तीसरे अंपायर के फैसले में एकरूपता होनी चाहिए, फैसले जल्दबाजी में लिये गए.
एक रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लैंड टीम के प्रवक्ता ने कहा, 'टीम के कप्तान और मुख्य कोच ने मैच रेफरी से बात की. कप्तान और मुख्य कोच ने अंपायरों के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार किया. उन्होंने मैच रेफरी से कहा कि तीसरे अंपायर के फैसले में एकरूपता होनी चाहिए. मैच रेफरी ने कहा कि कप्तान अंपायरों से सही सवाल पूछ रहे थे.
पहला वाकया भारतीय पारी के दूसरे ओवर में हुआ. स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर ओपनर शुभमन गिल का कैच बेन स्टोक्स ने स्लिप में पकड़ा था. ऑन फील्ड अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया और उन्होंने तीसरे अंपायर के पास कैच को रिव्यू के लिए भेजा. तीसरे अंपायर सी. शमसुद्दीन ने एक ही एंगल से देखने के बाद शुभमन गिल को नॉट आउट दे दिया था.

इसके बाद बेन स्टोक्स काफी नाराज दिखे. बाद में दूसरे रिप्ले में भी यह पुष्टि हुई कि तीसरे अंपायर का फैसला सही था. स्टोक्स के कैच पकड़ने के समय गेंद ने जमीन को छू लिया था.
इसके अलावा बेन फोक्स ने रोहित शर्मा के खिलाफ स्टंपिंग की अपील की. तीसरे अंपायर ने रोहित के पक्ष में फैसला दिया था. मेहमान टीम इस बात से नाराज थी कि थर्ड अंपायर ने बिना कोई दूसरा एंगल देखे इसका फैसला किया. मैच की समाप्ति के बाद इंग्लैंड के ओपनर जैक क्रॉउली ने भी तीसरे अंपायर के फैसले पर सवाल उठाए.