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मोहम्मद आमिर बोले- PAK ड्रेसिंग रूम का ‘डरावना’ माहौल... पहले ये तो खत्म हो

राष्ट्रीय टीम प्रबंधन से मतभेदों के कारण हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को संन्यास लेने वाले पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गुरुवार को पाकिस्तानी क्रिकेट में ‘भयावह’ ड्रेसिंग रूम संस्कृति पर लगाम कसने की मांग की.

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Mohammad Amir (Getty)
Mohammad Amir (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीम प्रबंधन से मतभेदों के कारण आमिर ने संन्यास ले लिया था
  • बोले- ड्रेसिंग रूम में इस भयावह माहौल पर लगाम कसिए
  • मुख्य कोच मिस्बाह और गेंदबाजी कोच वकार को आड़े हाथों लिया

राष्ट्रीय टीम प्रबंधन से मतभेदों के कारण हाल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को संन्यास लेने वाले पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने गुरुवार को पाकिस्तानी क्रिकेट में ‘भयावह’ ड्रेसिंग रूम संस्कृति पर लगाम कसने की मांग की.

उन्होंने मीडिया से कहा, ‘खिलाड़ियों को कुछ आजादी दीजिए. ड्रेसिंग रूम में इस भयावह माहौल पर लगाम कसिए, क्योंकि ये ही खिलाड़ी आपको मैचों में जीत दिलाते हैं.’ 

आमिर ने यह आरोप लगाते हुए संन्यास ले लिया था कि राष्ट्रीय टीम के प्रबंधन ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है, जिसमें मुख्य कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस शामिल हैं.

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें टीम से उनके प्रदर्शन की वजह से नहीं, बल्कि व्यक्तिगत मुद्दों के कारण बाहर किया गया. उन्होंने कहा, ‘मुद्दा प्रदर्शन का नहीं था, मैं जानता हूं कि मैं मजबूत वापसी कर सकता हूं. लेकिन यह उस मानसिक प्रताड़ना की बात है, जिसमें वे आपको गुजारते हैं.’ 

28 साल के आमिर ने कहा कि अगर कोच प्रदर्शन के बारे में बात कर रहे हैं, तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) में 21 विकेट लेने के अगले दिन ही उन्हें बाहर क्यों कर दिया गया. उन्होंने पूछा, ‘अगर यह व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है तो यह क्या है.’

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आमिर ने मिस्बाह उल हक और वकार यूनुस को आड़े हाथों लिया. मिस्बाह ने कहा था कि आमिर की गेंदबाजी में रफ्तार कम हो गई है. आमिर ने कहा, 'पूरी तरह फिट नहीं होने के कारण मेरी रफ्तार कम हो गई थी. जब मैं श्रीलंका प्रीमियर लीग खेलने गया, तो मैं पूरी तरह फिट था. मैं 145 KMH की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहा था.' 

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आमिर ने कहा, 'मैं अलग-अलग मानसिकता वाले कोचों के साथ नहीं खेल सकता हूं. मिस्बाह कहते हैं कि स्पीड मायने रखता है, जबकि वकार कहते हैं कि स्पीड कोई मायने नहीं रखता है. मैंने 5 साल के बैन के बाद क्रिकेट में वापसी की थी. जब मैंने उस समय धैर्य रखा था तो आप कैसे सोच सकते हैं कि मैंने खराब प्रदर्शन के कारण संन्यास लिया.

पाकिस्तान में कई क्रिकेटरों ने संन्यास के बाद भी वापसी की है. यूनुस खान, मुहम्मद यूसुफ, शाहिद आफरीदी इसके उदाहरण हैं. भविष्य में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया तो मैं भी वापसी कर सकता हूं.

न्यूजीलैंड दौरे से लौटने के बाद मिस्बाह और वकार ने आमिर के आरोपों का जवाब दिया. वकार यूनुस ने कहा कि मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाना बेहद दुखद है. आमिर एक शानदार खिलाड़ी हैं. मैंने हमेशा उनकी पैरवी की है. जब आमिर ने 2016 में राष्ट्रीय टीम में वापसी की तो मैंने टीम के खिलाड़ियों से बात की थी. आमिर अभी भी हमारे प्लान का हिस्सा हैं. अच्छा प्रदर्शन कर वह फिर से वापसी कर सकते हैं.

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