भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को 48वां ओवर दिये जाने के फैसले का बचाव किया है. इसी ओवर के चलते ऑस्ट्रेलिया को तीसरे वनडे मैच में मुश्किल नजर आ रही जीत आसानी से हासिल हो गई. ईशांत के इस ओवर में 30 रन गए. धोनी ने कहा कि वह महज एक विकल्प का इस्तेमाल कर रहे थे.
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में धोनी ने कहा 'उसके बाद यह भी एक विकल्प था कि मैं भी गेंदबाजी कर सकता था. आपको यह देखना होता है कि आपके पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं. विनय कुमार गेंदबाजी कर चुके थे और उन्होंने भी कुछ रन दिये थे. मैंने सोचा कि चलो ईशांत को आजमा कर देखते हैं.'
वीडियो देखें- ईशांत ने डुबोई टीम इंडिया की लुटिया
धोनी ने कहा, 'यदि ईशांत गेंदबाजी करता और वह नहीं चलता तो मेरे पास दूसरे छोर से विनय को लगाने का अवसर रहता. बहरहाल, नतीजे देखकर यह कहना हमेशा आसान रहता है कि क्या किया जा सकता था और क्या नहीं.'
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जेम्स फॉकनर ने 48वें ओवर में एक चौका और चार छक्के की मदद से 30 रन बनाये. इस ओवर की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे एकदिवसीय मैच में भारत के खिलाफ अपनी जीत पक्की कर ली.
धोनी ने कहा 'यदि मैंने विनय को गेंद दी होती तो 10-12 रन गये होते. उससे ज्यादा नहीं, लेकिन किकेट्र में ऐसा नहीं होता. आप सही निर्णय का प्रयास करते हैं. कई बार वे चल जाते हैं और कई बार नहीं.'