टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के से पहले God’s Plan (गॉड्स प्लान) की चर्चा हो रही है. God's Plan यानी भगवान की योजना. क्या 13 साल बाद भारत किसी भी तरह का कोई वर्ल्ड कप जीत पाएगा या इस बार साउथ अफ्रीका के खाते में वर्ल्ड कप जाएगा. आखिर God's plan दोनों देशों में किसका साथ देगा.
God's Plan कीवर्ड हाल में सबसे पहले आईपीएल 2024 में चर्चा में आया, जब इसका उपयोग कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के रिंकू सिंह ने किया. रिंकू ने IPL खिताब जीतने के बाद टीम मालिक शाहरुख खान सामने कहा कहा था खिताब जीतना God's Plan था. खुद शाहरुख भी इस God's Plan के बारे में ड्रेसिंंग रूम में चर्चा की थी.
IPL के बाद टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत में भी God's Plan की चर्चा हुई. तब विराट कोहली ने ICC (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) के वीडियो में God's Plan baby बोला था.
विराट ने ने ICC ODI क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2023 ट्रॉफी प्राप्त करने से पहले इस कीवर्ड का यूज किया था. अब ऐसे में देखा जाए तो God's Plan ब्रिजटाउन (बारबाडोस) के केंसिंग्टन ओवल मैदान में साउथ अफ्रीका या भारत में से किसका साथ देगा यह देखने वाली बात होगी.
T20 World Cup Coverage | Points Table | T20 World Cup 2024 Schedule | Player Stats
भारतीय टीम ने 2013 में आखिरी ICC ट्रॉफी जीती थी. तब 2013 में इंग्लैंड को उसी के होमग्राउंड पर फाइनल हराकर ट्रॉफी जीती. इसके बाद से भारतीय टीम कोई भी ICC ट्रॉफी नहीं जीत सकी है. वहीं भारतीय टीम इससे पहले किसी भी तरह का वर्ल्ड कप साल 2011 में जीती थी.ऐसे में उसके पास 13 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताबी सूखा पूरा करने का मौका होगा. वहीं भारत ने 2007 में पहली बार यह वर्ल्ड कप जीता था.
भारतीय टीम ने 2013 के बाद से तीनों फॉर्मेट (वनडे, टेस्ट, टी20) के 4 ICC टूर्नामेंट में 2023 तक 10 बार हिस्सा लिया है. यह भारतीय टीम का 11वां ICC टूर्नामेंट है. भारतीय टीम पिछले 10 में से 9 बार ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट स्टेज में क्वालिफाई किया है. जबकि एक बार (टी20 वर्ल्ड कप 2021) ग्रुप स्टेज से बाहर होना पड़ा है.
इस दौरान भारत ने 9 नॉकआउट स्टेज में कुल 13 मैच खेले, जिसमें से 4 में जीत और 9 में हार मिली है. भारतीय टीम ने जो 4 मैच जीते उसमें से 3 सेमीफाइनल रहे हैं, जबकि एक क्वार्टर फाइनल रहा. हालांकि भारतीय टीम को 9 मुकाबले गंवाने पड़े हैं, जिसमें 4 सेमीफाइनल और 5 फाइनल रहे हैं.
भारतीय टीम ने पिछले 10 साल में जो 10 ICC टूर्नामेंट खेले हैं, उसमें भी 5 बार चैम्पियन बनने के एकदम करीब आकर गंवाए हैं. इनमें से भारतीय टीम 5 बार फाइनल खेल चुकी है.
आईसीसी टूर्नामेंट्स में भारत का प्रदर्शन (2011 के बाद)
2011- भारतीय टीम ODI चैम्पियन बनी
2012-भारतीय टीम राउंड 2 में बाहर हो गई
2013- भारतीय टीम ICC चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी
2014- टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में हार
2015- क्रिकेट वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार
2016- टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार गया
2017- चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में मिली हार
2019- क्रिकेट वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार
2021- वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल हारे
2021- टी20 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से बाहर
2022- टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में मिली हार
2023- वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल हारे
2023- क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में हुई हार
साउथ अफ्रीका का टी20 वर्ल्ड कप में पहला फाइनल
सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 68 रनों से पीटकर भारत ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई. यह इस टूर्नामेंट के इतिहास में साउथ अफ्रीका का पहला और भारत का तीसरा फाइनल है. साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्तान को सेमीफाइनल में 56 रनों पर ढेर कर दिया, जो सेमीफाइनल में किसी टीम द्वारा बनाया गया सबसे कम स्कोर था, इसके बाद अफ्रीकी टीम ने 8.5 ओवर में सिर्फ एक विकेट खोकर टारगेट चेज कर लिया था. दूसरी ओर भारत ने इंग्लैंड को 68 रनों से मात दी, यह टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जीत का दूसरा सबसे बड़ा अंतर रहा.
भारत और साउथ अफ्रीका का ओवरऑल रिकॉर्ड (हेड टू हेड)
कुल वनडे मैच: 91, भारत जीता: 40, साउथ अफ्रीका जीता: 51, बेनतीजा: 3
कुल टी20 मैच: 26, भारत जीता: 14, साउथ अफ्रीका जीता: 11, बेनतीजा: 1
कुल टेस्ट मैच: 44, भारत जीता: 16, साउथ अफ्रीका जीता: 18, ड्रॉ: 10
टी20 वर्ल्ड कप हेड टू हेड
कुल मैच: 6, भारत जीता: 4, साउथ अफ्रीका जीता: 2
रनचेज या स्कोर डिफेंड... अफ्रीका-भारत में कौन भारी?
भारत का अफ्रीका के खिलाफ रनचेज करते हुए और स्कोर डिफेंड करते हुए हुए जीत का अनुपात समान है. रनचेज करते हुए भारत का जीत प्रतिशत 57.1 है, जबकि स्कोर डिफेंड करते हुए जीत प्रतिशत 55.6 है. इसके विपरीत साउथ अफ्रीका का रनचेज करते हुए जीत प्रतिशत 44.4 है, वहीं बचाव करते हुए 42.9 प्रतिशत है. टी20 वर्ल्ड कप के इस सीजन में खेले गए आठ मैचों में से अफ्रीका ने रनचेज और स्कोर डिफेंड करते हुए चार-चार मैच जीते.
दूसरी ओर भारत ने सात मैच खेले हैं, जिसमें से पांच मैच स्कोर डिफेंड करते हुए और दो मैच रनचेज करते हुए जीते हैं. भारत का एक मैच कनाडा के साथ रद्द रहा था. दोनों टीमों ने फाइनल तक पहुंचने के अपने सफर में 120 रन से कम के स्कोर का बचाव किया है, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा किया था. वहीं दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश और नेपाल के खिलाफ ऐसा किया.

केंसिंग्टन ओवल के आंकड़े क्या कहते हैं?
वर्ल्ड कप फाइनल ब्रिजटाउन, बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में होना है. इस स्टेडियम में 32 T20 इंटरनेशनल मैच हुए हैं. इनमें से 19 बार पहले बल्लेबाजी और 11 बार दूसरे टीम बल्लेबाजी करने वाली जीती है. दो मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला. इस मैदान पर औसतन 7.9 रन प्रति ओवर है.
भारत ने इस स्टेडियम में तीन मैच खेले हैं, जिसमें से एक मैच उसने हाल में इसी वर्ल्ड कप में अफगानी टीम के खिलाफ खेला था. वहीं 2010 वर्ल्ड कप में दो मैच में हार मिली थी. वहीं अफ्रीका ने भी यहां कुल मिलाकर तीन मैच खेले हैं, जिसमें से दो में उसे जीत मिली और एक में हार का सामना करना पड़ा, ये सभी मैच 2010 वर्ल्ड कप के दौरान हुए थे.
बल्ले से कौन है भारी?
टी20 वर्ल्ड कप के इस सीजन में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 155.97 के स्ट्राइक रेट से सात मैचों में 248 रन बनाकर चुके हैं. वहीं साउथ अफ्रीकी टीम के लिए क्विंटन डिकॉक ने 142 के स्ट्राइक रेट से आठ मैचों में 204 रन बनाए हैं. टी20 में रोहित शर्मा ने अफ्रीका के खिलाफ सबसे अधिक रन बनाए हैं, उनके खाते में 129.3 के स्ट्राइक रेट से 16 पारियों में 420 रन आए हैं. प्रोटीज टीम के लिए डेविड मिलर ने भारत के खिलाफ सबसे अधिक रन बनाए हैं, उनके नाम 17 पारियों में 159 की स्ट्राइक रेट से 431 रन हैं.

गेंदबाजी में कौन है भारी?
इस वर्ल्ड कप में गेंद के साथ अर्शदीप सिंह ने प्रोटियाज के खिलाफ सबसे अधिक विकेट लिए हैं, जिन्होंने पांच मैचों में आठ विकेट लिए हैं. अफ्रीका के लिए केशव महाराज ने 10 मैचों में 10 विकेट लिए हैं.

इस वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के चाइनामैन गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. भारत के लिए कुलदीप यादव ने चार मैचों में 5.87 प्रति ओवर की इकोनॉमी से 10 विकेट लिए हैं. वहीं अफ्रीका के लिए तबरेज शम्सी ने चार मैचों में 7.37 प्रति ओवर की इकॉनमी से 11 विकेट लिए हैं.
भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग-11: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह.
साउथ अफ्रीका की संभावित प्लेइंग-11: क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, एडेन मार्करम (कप्तान), डेविड मिलर, हेनरिक क्लासेन, ट्रिस्टन स्टब्स, मार्को जानसेन, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, एनरिक नॉर्किया और तबरेज शम्सी.