लोकसभा के लिए NDA बनाम INDIA की चुनावी जंग में शह और मात का खेल दिलचस्प होता जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों को हर वक्त एक दूसरे की कमजोर नस पर वार करने का इंतजार रहता है - और ऐसे मौके आसानी से मिल भी जाते हैं.
तमिलनाडु से सनातन विवाद और बिहार से 'मोदी का परिवार' विवाद के बाद अब यूपी से वोट-जिहाद की अपील भी विवाद खड़ा कर चुकी है. और पहले से ही घात लगाकर बैठे बीजेपी रणनीतिकारों के लिए ये शानदार मौका मुहैया करा रहा है.
अभी कांग्रेस की तरफ से जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो पर बीजेपी को शह देने की कोशिश चल ही रही होती है, तभी मारिया आलम वोट जिहाद की अपील विपक्ष के हमले में स्पीडब्रेकर बन जाती है - भला बीजेपी को और क्या चाहिये.
हाल ही में फर्रूखाबाद में चुनाव प्रचार के दौरान मारिया आलम ने इलाके के लोगों से वोट-जिहाद की अपील कर डाली थी. अभी तीर कमान से छूटी नहीं कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्दा लपक लिया - और चुनावी रैलियों में कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष को घेरने लगे.
अब इससे मजेदार बात क्या होगी कि बीजेपी पर सांप्रदायिकता फैलाने का इल्जाम लगाने वाला विपक्ष अब वोट-जिहाद की वकालत करने लगा है - ऐसे मामलों में बीजेपी को भला इससे बढ़िया ग्रीन कॉरिडोर कहां मिलेगा.
क्या है वोट-जिहाद की अपील
मारिया आलम की पहली पहचान कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी के रूप में सामने आई है, लेकिन वो समाजवादी पार्टी की नेता हैं - और उनके जिस बयान पर विवाद खड़ा हुआ है, वो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार के उनके भाषण में सुना गया है. मारिया आलम फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं.
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नवल किशोर शाक्य के लिए वोट मांगते हुए मारिया आलम का कहना था, संघी सरकार को हटाने के लिए बहुत अक्लमंदी के साथ एकजुट होकर... बहुत खामोशी से 'वोटों का जिहाद' करो... क्योंकि हम सिर्फ वोटों का जिहाद कर सकते हैं.
देखा जाये तो यूपी के चुनावी मैदान में मारिया आलम के बयान और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के चुनाव कैंपेन 'जेल का जवाब वोट से' में कोई खास फर्क नहीं है. समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी दोनों ही बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ विपक्षी गठबंधन INDIA में कांग्रेस के सहयोगी हैं.
जैसे चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर आपत्ति जता चुका है, मारिया आलम के बयान को लेकर भी उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
मोदी ने इंडी गठबंधन के इरादे खतरनाक बताये
मारिया आलम के भाषण का वीडियो वायरल हो गया है, और बीजेपी नेताओं ने धावा बोल दिया है. कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक का कहना है, अभी जब ये तरह तरह के जिहाद की बात कर रहे हैं, जब सत्ता में आएंगे तो हथियारों से जिहाद करेंगे... यही सब ये चाहते हैं. सुब्रत पाठक और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक दूसरे को यूपी की कन्नौज सीट पर चुनौती दे रहे हैं.
बीजेपी नेता विनोद तावड़े कह रहे हैं कि झूठ फैलाने वाले विपक्षी दलों ने अब वोट जिहाद अभियान शुरू कर दिया है, जिससे मालूम पड़ता है कि वे हताश और निराश हैं. विनोद तावड़े का कहना है कि एक तरफ विपक्ष के नेता ओबीसी का आरक्षण मुसलमानों को दे रहे हैं, दूसरी तरफ वे चुनाव के दौरान वोट जिहाद की बात कर रहे हैं.
विनोद तावड़े ने पूछा है - क्या ये अभियान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के निर्देश पर शुरू किया गया है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस, को घेरने का अलग ही तरीका अपनाया है. मोदी इस बात पर हैरानी जता रहे हैं कि ये बात भी मदरसे में पढ़े किसी बच्चे ने नहीं कहा है, बल्कि काफी पढ़े लिखे परिवार के बीच से ये बात निकल कर आई है.
एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, साथियों, इंडी गठबंधन की रणनीति की पोल उसके ही एक नेता ने खोल दी है... अब इंडी गठबंधन ने मुसलमानों से वोट जिहाद करने को कहा है... बताइये, अब तक लव जिहाद, लैंड जिहाद सुना था, और अब वोट जिहाद, वो भी पढ़े लिखे मुसलमान परिवार से बात आई है. मोदी कहते हैं, सामान्य मदरसा से निकले बच्चे ने नहीं कहा है. हाईली क्वालिफाइड फैमिली... वो भी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ पद पर बैठे परिवार ने कहा है... वोट जिहाद करो. आप जानते हैं न कि वोट जिहाद का मतलब क्या होता है... जिहाद किसके खिलाफ किया जाता है... इंडी गठबंधन का साफ कहना है कि सारे मुसलमानों को एक होकर वोट देना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी का कहना है, इंडी गठबंधन ने लोकतंत्र के उत्सव में वोट जिहाद की बात करके लोकतंत्र का अपमान किया है, संविधान का भी अपमान किया है... और कांग्रेस के किसी भी नेता ने अभी तक इसका विरोध नहीं किया है. एक तरफ इंडी गठबंधन एससी, एसटी, ओबीसी को बांटने में जुटा है और दूसरी तरफ वोट जिहाद का नारा लगा रहा है. आप समझ सकते हैं कि इंडी गठबंधन के इरादे कितने खतरनाक हैं.
और लगे हाथ मोदी कांग्रेस को चैलेंज करते हैं, मेरी तीन चुनौतियां हैं कांग्रेस और उसके इको सिस्टम को... कांग्रेस लिखकर दे कि वो संविधान बदलकर एसएसी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को धर्म के आधार पर मुसलमानों को नहीं देगी... कांग्रेस लिखकर देश को गारंटी दे कि वो एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण में सेंधमारी नहीं करेगी... उसकी जहां जहां सरकारें हैं, वहां ओबीसी का कोटा काटकर बैकडोर से मुसलमानों को आरक्षण नहीं देगी... क्या वो लिखकर दे सकती है?
वोट जिहाद के मुद्दे पर एकजुट नजर आ रहा है विपक्ष
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने मारिया आलम का बचाव किया है, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को नसीहत दे डाली है.
मुद्दे की बात तो यही लगती है कि वोट जिहाद के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट है. करीब करीब वैसे ही जैसे सनातन के मुद्दे पर है. जैसे अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मुद्दे पर है. जैसे जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के मुद्दे पर है - जैसे सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर एक साथ खड़ा रहा है.
समाजवादी पार्टी नेता मारिया आलम का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है, मैं ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता... लेकिन, जिहाद का मतलब होता है बुरी चीजों से लड़ना.
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का स्टैंड भी एक जैसा ही है. अखिलेश यादव का कहना है, कई बार जब हम ज्यादा वोटिंग के लिए कहना चाहते हैं तो हार्ड शब्द यूज हो जाते हैं... उनका मतलब वो नहीं रहा होगा, जो समझा जा रहा है.
और तभी पीडीए का नया फुल फॉर्म बताते हुए बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश यादव पर हमला बोल देते हैं, अब तो साफ हो गया है कि उनके पीडीए का मतलब 'प्रहार धर्म और आस्था पर' है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे ने वोट-जिहाद सहित तमाम ज्वलंत मुद्दो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसे सोशल साइट X भी शेयर किया है. मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा है, हमने आपको और गृह मंत्री को ये कहते सुना है कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है... पिछले 10 वर्षों में हमने जो एकमात्र तुष्टिकरण नीति देखी है, वो है आपके और आपके मंत्रियों द्वारा चीनियों का तुष्टिकरण... आप आज भी चीन को 'घुसपैठिए' कहने से इनकार करते हैं, बल्कि 19 जून, 2020 को आपने गलवान में 20 भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान का अपमान करते हुए कहा था, "ना कोई घुसा है, ना ही कोई घुस आया है". आपने चीन को जो 'क्लीन चिट' दी है... उसने भारत के पक्ष को कमजोर कर दिया है, और चीन को और अधिक आक्रामक बना दिया है.
लब्बोलुआब तो यही है कि बीजेपी को इंडिया गठबंधन की तरफ से वोट-जिहाद के रूप में मारक हथियार गिफ्ट किया गया है - और बीजेपी इसे लेकर कहर बन कर टूट पड़ी है.