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'Omicron साइलेंट किलर, खतरा अभी टला नहीं ', SC में फिजिकल सुनवाई की मांग हुई तो CJI रमणा बोले

Supreme Court में फिजिकल सुनवाई की मांग को लेकर चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है. वह खुद कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की चपेट में आ चुके हैं.

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Omicron का खतरा अभी टला नहीं है. (फाइल फोटो)
Omicron का खतरा अभी टला नहीं है. (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • SC कोर्ट में भी Omicron से खौफ
  • अभी वर्चुअल सुनवाई ही करेगी उच्चतम अदालत

ओमिक्रॉन और कोविड का खतरा भले घटता दिख रहा हो और सुप्रीम कोर्ट भी फिजिकल सुनवाई की राह पर आगे बढ़ रहा हो, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में वकीलों और बेंच के बीच हुई बातचीत से साफ समझ में आया कि इस संक्रमण का खौफ और असर अभी तक खत्म नहीं हुआ है.

चीफ जस्टिस एनवी रमणा की अदालत में फिजिकली पेश हुए सीनियर एडवोकेट और एससीबीए अध्यक्ष विकास सिंह ने जब फिजिकल सुनवाई को सभी दिन किए जाने का आग्रह किया तो चीफ जस्टिस ने कहा कि अभी खतरा खत्म नहीं हुआ है.

चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने कहा, ''ओमिक्रॉन साइलेंट किलर है. मैं खुद पिछले 25 दिनों से इससे जूझ रहा हूं. पहली लहर में भी इस कोविड ने मुझे लपेटे में लिया था, लेकिन तब मैंने चार दिनों में ही इसे पछाड़ दिया था. लेकिन इस लहर में ओमिक्रॉन का असर पिछले 25 दिनों से मेरे लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. हाल में भी नए मामलों में 15 हजार का उछाल सामने आ रहा है.'' 

इस पर विकास सिंह ने कहा कि ये तो ओमिक्रॉन है. इसका असर तो मामूली और हल्का है. इस पर चीफ जस्टिस बोले, ''ऐसा नहीं है. ये तो खामोश मारक है. मैं खुद 25 दिनों से इसके असर से निकल नहीं पा रहा हूं.''

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विकास सिंह ने फिर कहा कि माई लॉर्ड आप इस मामले में अपवाद रहे. वैसे आम जनता तो कुछ ही दिनों में स्वस्थ हो रही है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट हफ्ते में तीन दिन मंगल, बुध गुरुवार को यानी नॉन मिसलेनियस दिनों में फिजिकल मोड में चल रहा है. सोम और शुक्रवार को वर्चुअल तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ही सुनवाई होती है.

 

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