scorecardresearch
 

काशी विश्वनाथ मंदिर में 'सुगम दर्शन' के लगते हैं 300 रुपये? जानें वायरल फोटो का सच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया. दावा किया जा रहा है कि इस लोकार्पण के बाद सुगम दर्शन के नाम पर दर्शनार्थियों से 300 रुपये वसूले जा रहे हैं.

Advertisement
X
सुगम दर्शन को लेकर लगा पोस्टर
सुगम दर्शन को लेकर लगा पोस्टर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया. इसके बाद से विश्वनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा तो हुआ ही है, साथ ही दावा किया गया कि सुगम दर्शन के नाम पर दर्शनार्थियों से 300 रुपये वसूले जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि इसकी क्या सच्चाई है-

मंदिर से चंद कदम पर ही सड़क किनारे बने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास सुविधा केंद्र या हेल्प डेस्क के कांच के गेट पर वैसा ही पोस्टर मिला, जैसा सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि 300 रुपये सुगम दर्शन का दर है. इस पोस्टर पर यह भी लिखा मिला कि आखिर सुगम दर्शन के टिकट के एवज में क्या-क्या मिलेगा?

जैसे- नि:शुल्क शास्त्री, लॉकर और प्रसाद, इसके अलावा आरती का भी टिकट दर 180 रुपये लिखा मिला, लेकिन जैसे ही गेट से इंट्री करते हुए आजतक का कैमरा बाए तरफ घूमा तो वह शिलापट्ट भी मिला. इसपर साफ-साफा लिखा था कि 21 दिसंबर 2018 को हेल्प डेस्क का उद्घाटन खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया है.

वहां मौजूद विनय शास्त्री ने आजतक को बताया कि 2018 दिसंबर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुगम सेवा का शुभारंभ किया था, इसमें तीर्थयात्री को सुविधा दी जाती है, 300 रुपये के टिकट के एवज में उनको ले जाकर दर्शन कराया जाता है, उनको कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं होती है और दर्शन के बाद प्रसाद का बॉक्स भी दिया जाता है.

Advertisement

मौके पर मौजूद दूसरे शास्त्री नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि सुगम सेवा में लॉकर की भी सुविधा दी जाती है, श्रद्धालु 10-15 मिनट में दर्शन कर लेता है, क्योंकि आम मार्ग से हटकर अलग मार्ग से ले जाया जाता है और विधिवत दर्शन कराया जाता है. यह सुगम दर्शन दिसंबर 2018 से शुरू हुआ है और निरंतर सेवा दे रहा है.

शास्त्री नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि 13 दिसंबर के बाद से सुगम दर्शन की बात झूठी है. हेल्प डेस्क के इंचार्ज सचिस मिश्रा ने भी बताया कि ऐसा दुष्प्रचार सुनने में आया कि 13 दिसंबर के बाद से सुगम दर्शन शुरू हुआ है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है, 13 दिसंबर 2018 को हेल्प डेस्क के उद्घाटन के पहले से ही सुगम दर्शन की व्यवस्था चल रही है.

हेल्प डेस्क के इंचार्ज सचिस मिश्रा ने आगे बताया कि सुगम दर्शन के टिकट के अलावा अलग-अलग और रुद्राभिषेक का भी टिकट पहले से ही लगता चला आ रहा है, सबके अलग-अलग रेट न्यास के द्वारा तय किए गए हैं, नया कुछ नहीं हुआ है. 

 

Advertisement
Advertisement