
महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से करने के आरोप में मशहूर शायर मुनव्वर राना की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. राना के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. आंबेडकर महासभा ने एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए तहरीर दी थी.
आंबेडकर महासभा ने मुनव्वर राना के तालिबान और महर्षि वाल्मीकि की तुलना करते हुए दिए गए बयान पर नाराजगी जताई. अखिल भारत हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. एससी/एसटी एक्ट के अलावा 153-ए, 295-ए और 505 1-बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
शायर मुनव्वर राना ने तुलना कर क्या कहा था?
शायर मुनव्वर राना ने तालिबान को लेकर पूछे गए सवाल पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा था कि तालिबान उतने ही आतंकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं. राना से पूछा गया था कि तालिबान आतंकी संगठन है या नहीं. इसके जवाब में मशहूर शायर ने कहा था कि अगर वाल्मीकि रामायण लिखते हैं तो वह देवता हो जाते हैं, उससे पहले वह डाकू थे. आदमी का किरदार बदलता रहता है.

'यूपी में भी तालिबान जैसा काम हो रहा'
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा देवबंद में एटीएस सेंटर खोलने पर मुनव्वर राना ने कहा था कि प्रदेश में भी तालिबान जैसा काम हो रहा है. उन्होंने कहा था, ''जबतक यह सरकार है कुछ भी कर सकती है. लेकिन मौसम हमेशा एक-सा नहीं रहता है. धर्मांतरण जैसे मसलों से मुल्क बर्बाद होता है, लेकिन हम चाहते हैं कि हमारा मुल्क पहले जैसा था, वैसा हो जाए. उत्तर प्रदेश में भी थोड़े बहुत तालिबानी हैं, यहां सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू तालिबानी भी होते हैं. आतंकवादी क्या मुसलमान ही होते हैं, हिन्दू भी होते हैं. महात्मा गांधी सीधे थे और नाथूराम गोडसे तालिबानी था. यूपी में भी तालिबान जैसा काम हो रहा है. ''
पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं राना
यह कोई पहली बार नहीं है, जब मुनव्वर राना पर विवादित बयान देने का आरोप लगा हो. इससे पहले भी वे कई दफे अपने बयानों के जरिए से विवाद खड़ा कर चुके हैं. हाल ही में मुनव्वर राना ने ऐलान किया था कि यदि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार फिर से बनती है तो वे यूपी छोड़ देंगे. उन्होंने कहा था कि यदि योगी आदित्यनाथ फिर से सीएम बनते हैं तो मैं समझ जाऊंगा कि यह राज्य मुसलमानों के लिए रहने लायक नहीं है.