अपनी नाबालिग बेटी का यौन शोषण करने के आरोप से घिरे निलंबित फ्रांसीसी राजनयिक पास्कल मजूरियर ने मामले की सुनवाई जल्द पूरी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की है.
बेंगलुरु में फ्रांस के महावाणिज्य दूतावास में वाणिज्य अताशे 40 वर्षीय मजूरियर ने नरेंद्र मोदी को भेजे पत्र में इस मामले की त्वरित सुनवाई की अपील की, क्योंकि उनकी दादी मृत्यु-शैय्या पर हैं और वे उन्हें देखना चाहते हैं.
उन्होंने लिखा है, ‘मेरी दादी की अंतिम इच्छा मुझसे मिलने की है.’ मजूरियर की चिट्ठी की प्रति मीडिया को जारी की गई. उन्हें 19 जून, 2012 को गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया. उनसे अलग रह रही उनकी पत्नी सुजा जोंस ने उन पर बेटी का यौन शोषण और घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था.