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मोदी की 'पाठशाला': पार्टी जनों को दी नसीहत, आक्रामक होकर कांग्रेस पर करें 'प्रहार'

बीजेपी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि जनता का मूड कांग्रेस के विरोध में है और वह बदलाव चाहती है. मोदी ने पार्टी के प्रवक्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे कांग्रेस के झांसे में न आएं और न ही मीडिया को आने दें.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

बीजेपी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि जनता का मूड कांग्रेस के विरोध में है और वह बदलाव चाहती है. मोदी ने पार्टी के प्रवक्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे कांग्रेस के झांसे में न आएं और न ही मीडिया को आने दें.

पार्टी की आयोजित 'राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला' में उन्होंने कहा, ‘निजी हमलों से मुद्दों को भटकाने की कांग्रेस की रणनीति को सफल नहीं होने दें. कांग्रेस ऐसा करके बहस को अपनी असफलताओं से हटाना चाहती है, लेकिन हम उसे ऐसा नहीं करने देंगे.’

दिन भर चली बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि मोदी ने कहा, ‘लोकसभा चुनावों के लिए एजेंडा आप (बीजेपी) तय करें. कांग्रेस को ऐसा करने का मौका नहीं दें.’ मोदी ने कहा कि सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सहित मीडिया का बहुत विस्तार हुआ है. कांग्रेस इनका इस्तेमाल करके 'अपने पापों' को छिपाने और असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश में है.

मोदी ने कहा, 'लेकिन कांग्रेस को ऐसा मौका दिए बिना उसके नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 'आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक' स्तर पर देश का जो बड़ा नुकसान किया है, उसका पुरजोर प्रचार किया जाना चाहिए.'

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पार्टी प्रवक्ताओं और समाचार टीवी आदि की बहस में शामिल होने वाले बीजेपी के लोगों से उन्होंने जोर देकर कर कहा कि वे बिना तैयारी के बहस में शामिल नहीं हों और हर विषय का गहन अध्ययन करें. सूत्रों के अनुसार मोदी ने कहा कि अगर प्रवक्ताओं और टीवी बहस में शामिल होने वाले पार्टी जनों के पास किसी विषय की जानकारी नहीं है तो ‘अधकचरी बहस करने की बजाय वे सीधे नमस्कार कह दें.’

बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारे पास सचाई है. मुद्दों की हमारे पास कोई कमी नहीं है. इसलिए कांग्रेस के निजी हमलों पर ध्यान देने के बजाय उसके शासनकाल की हर मोर्चे पर नाकामियों की जमकर पोल खोली जाए.' इससे पहले कार्यशाला में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने भी सलाह दी कि पार्टी जन ‘तू-तू, मैं-मैं’ में नहीं पड़ें और केवल तर्कपूर्ण बातें कहें.

कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को कांग्रेस पर हल्ला बोलते समय अपने शब्दों पर बहुत ध्यान देना चाहिए क्योंकि, ‘एक बार मुंह से निकला शब्द वापस नहीं हो सकता.’ सूत्रों के अनुसार सुषमा ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के आरोपों का जम कर प्रतिवाद करना चाहिए, लेकिन ऐसा करते हुए शालीनता और गरिमा का दामन कभी नहीं छोड़ना चाहिए.

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विपक्ष की नेता ने कहा कि कांग्रेस को अन्य मुद्दों के अलावा भ्रष्टाचार, अर्थवयवस्था की स्थिति और कुशासन के मुद्दों पर जम कर घेरना चाहिए. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने स्वतंत्रता दिवस के बाद मोदी पर कांग्रेस के प्रहारों से बीजेपी प्रवक्ता जिस तरह निपट रहे हैं, उस पर असंतोष जताया.

जेटली ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जिसका कड़ाई से लेकिन शालीनता के साथ जवाब दिया जाना चाहिए था, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को और आक्रामक ढंग से लिए जाने की जरूरत है.

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