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आतंकियों पर कहर बनकर टूटे सुरक्षा बल, इस साल अब तक 113 आतंकी ढेर

लोकसभा में पेश किए गए आंकड़ों में बताया गया कि 2018 में सुरक्षा बलों ने 257 आतंकियों को मार गिराया था, जबकि 2017 में 213 और 2016 में 150 आतंकियों मारे गए थे. 

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बल आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उनका सफाया कर रहे हैं. ऑपरेशन ऑलआउट के तहत सुरक्षा बल आतंकियों पर कहर बनकर टूट रहे हैं. 16 जून तक 2019 तक सुरक्षा बलों ने 113 आतंकियों का मार गिराया है. हालांकि इस दौरान 18 नागरिकों की भी मौत हुई है. ये जानकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने मंगलवार को लोकसभा में दी.

लोकसभा में पेश किए गए आंकड़ों में बताया गया कि 2018 में सुरक्षा बलों ने 257 आतंकियों को मार गिराया था, जबकि 2017 में 213 और 2016 में 150 आतंकियों मारे गए थे.  यानी बीते 3 साल में 733 आतंकी ढेर किए जा चुके हैं.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. आतंकवाद का मुकाबला करने में सुरक्षा बल प्रभावी और निरंतर कार्रवाई कर रहे हैं. सुरक्षा बल उन व्यक्तियों पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं जो आतंकवादियों को समर्थन देते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का विरोध करते हैं.

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23 मई को मिली थी बड़ी सफलता

सुरक्षा बलों को इस साल सबसे बड़ी सफलता 23 मई को मिली थी, जब जाकिर मूसा को एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था. जाकिर मूसा को कश्मीर के त्राल में हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया था. मूसा आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) का पूर्व कमांडर था और अब अलकायदा से जुड़ा समूह चलाता था.

2018 में मारे गए थे ये आतंकी

सुरक्षा बलों ने 2018 में जम्मू और कश्मीर में सक्रिय अबु मतीन, अबु हमास, समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर, सद्दाम पड्डार, अबु कासिम, अबु माविया, मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू, सब्जार अहमद सोफी, जावेद नट और जहूर अहमद ठोकार जैसे आतंकवादियों को मार गिराया था.

एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने तक जो आतंकी मारे गए हैं उनमें 25 विदेशी और 76 स्थानीय हैं. यह आतंकी जैश ए मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे.

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