ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब कूटनीतिक स्ट्राइक की तैयारियां चल रही हैं, जिसमें एक महत्वपूर्ण डेलिगेशन का नेतृत्व शशि थरूर करेंगे. हालांकि, कांग्रेस पार्टी में शशि थरूर को लेकर संभावित अंदरूनी खींचतान, सरकार की तारीफ से पार्टी की असहजता और राष्ट्रीय मिशन पर राजनीति के संबंध में प्रश्न खड़े करता है.