भारत के लोकतांत्रिक इतिहास और संविधान निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा हुई. संविधान सभा में 15 महिला सदस्यों के योगदान का उल्लेख किया गया. जी20 शिखर सम्मेलन में 'वुमेन लेड डेवलपमेंट' के विचार को रखा गया. नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयासों का जिक्र हुआ.