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'22 साल से पेशे में हूं, लेकिन ऐसा बर्ताव नहीं देखा..' जब बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर भड़के चीफ जस्टिस

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई चल रही थी और इसी दौरान एक ऐसा पल आया जब माहौल तनावपूर्ण हो गया. सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई और सीजेआई ने बार बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को कड़ी फटकार लगाई.

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जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (फाइल फोटो)
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (फाइल फोटो)

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में गुरुवार को एक मामले की सुनवाई चल रही थी और इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट विकास सिंह के धरना देने की धमकी से चीफ जस्टिस भड़क गए. इसके बाद अदालत कक्ष का माहौल थोड़ी देर के लिए तनावपूर्ण हो गया. हालांकि चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सीजेआई का पद ग्रहण करते ही अदालत में एलान किया था कि उनका कोर्टरूम स्ट्रेस फ्री यानी तनाव मुक्त रहेगा और सब अपनी बात खुल कर रखें.
विकास सिंह ने किया इस मामले का जिक्र
वरिष्ठ वकील और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने बार के एक मामले को सातवीं बार मेंशन करते हुए सीजेआई से कहा कि बार की सुविधाओं से जुड़े सुप्रीम टावर बनाने को लेकर वो छह बार इस कोर्ट में मेंशन कर चुके हैं लेकिन अदालत सुनवाई नहीं कर रही है. हार कर उन्हें सीजेआई के आवास के सामने धरना देना पड़ेगा. विकास सिंह ने कहा कि इसे लेकर वह मुख्य न्यायाधीश को पत्र भी लिखा था लेकिन मामले की कोई सुनवाई नहीं हुई.
भड़के गए सीजेआई
इस पर अमूमन शांत और सौहार्दपूर्ण स्वभाव वाले सीजेआई ने कहा, 'सर शांत! आप बार के नेता हैं. ये कोई तरीका है ऐसे बरताव का? ये कोई अच्छा तरीका नहीं है. ये स्वीकार्य भी नहीं है. अदालत की गरिमा का ध्यान रखें. मैं भी भारत का चीफ जस्टिस हूं. पिछले 22 साल से इस पेशे में हूं. लेकिन ऐसा बर्ताव आज तक नहीं देखा. ये मत सोचिएगा कि आपके इस रवैए से में दबाव में आ जाऊंगा. मैं जमीन के इस मामले में अपना फैसला दे चुका हूं और इस पर 17 को सुनवाई होगी.' इसके बाद वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बेंच से माफी मांगी और कहा कि सुबह में जो हुआ उसके लिए माफी चाहता हूं. 


 

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