भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) महाराष्ट्र के खुल्दाबाद में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा के लिए सतर्कता बरत रहा है. इसके लिए वह जिला प्रशासन की मदद भी ले रहा है, साथ ही किसी भी संभावित क्षति को रोकने के लिए सक्रिय उपाय कर रहा है. ये जानकारी गुरुवार को संसद में दी गई.
राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि औरंगजेब की कब्र ASI द्वारा संरक्षित स्मारक है और इसकी जानकारी ASI की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है.
इस सवाल पर कि क्या औरंगजेब की कब्र को ASI संरक्षित स्मारक का दर्जा प्राप्त है और क्या इस जानकारी को हालिया खतरों के मद्देनजर वेबसाइट से हटाया गया है, शेखावत ने स्पष्ट किया कि यह स्मारक अभी भी ASI की सूची में शामिल है और इसकी जानकारी वेबसाइट पर मौजूद है. यह कब्र ASI के औरंगाबाद सर्कल के अधिकार क्षेत्र में आती है.
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री से यह भी पूछा गया कि क्या ASI के संज्ञान में आया है कि इस संरक्षित स्मारक को किसी तरह का खतरा है और यदि हां, तो इसे सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ASI जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर इस संरक्षित स्मारक की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है. इसके तहत 12 फीट ऊंची धातु की चादर कब्र के चारों ओर लगाई गई है, दीवारों पर कंटीले तार लगाए गए हैं, ताकि कोई अज्ञात व्यक्ति अंदर न आ सके. इसके अलावा, निजी सुरक्षा गार्डों की तैनाती, मल्टी-टास्किंग स्टाफ की मौजूदगी और ASI अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण जैसी सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू की गई हैं.
ASI ने साफ किया कि वह इस स्मारक की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है.