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'विदेश मंत्री का पाकिस्तान जाना अच्छा कदम...', एस जयशंकर के PAK दौरे पर बोले फारूक अब्दुल्ला?

मिडिल ईस्ट में भड़की हिंसा पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह "दिल तोड़ने वाली" घटना है. उन्होंने कहा कि निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं, चाहे वह लेबनान हो, गाजा हो, सीरिया हो, ईरान हो या इजरायल हो, निर्दोष लोग मर रहे हैं. दुनिया को अब जाग जाना चाहिए."

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फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो)
फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो)

नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के चीफ फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने सोमवार को कहा कि शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर का पाकिस्तान जाना एक 'अच्छा कदम' है और उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होंगे. भारत ने शुक्रवार को ऐलान किया कि जयशंकर SCO के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के सफर पर जाएंगे. पाकिस्तान 15 और 16 अक्टूबर को एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (CHG) की बैठक की मेजबानी कर रहा है.

करीब नौ साल में यह पहली बार होगा कि भारत के विदेश मंत्री पाकिस्तान की यात्रा करेंगे, जबकि कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों देशों के बीच संबंध स्थिर हैं. एजेंसी के मुताबिक, अब्दुल्ला ने कहा, "जयशंकर एससीओ बैठक के लिए पाकिस्तान जा रहे हैं, यह बहुत अच्छा कदम है. मुझे उम्मीद है कि दोनों देश दोस्ती के बारे में सोचेंगे."

फारूक अब्दुल्ला को याद आए अटल

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जयशंकर को याद दिलाना चाहेंगे कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार कहा था, "दोस्त बदले जा सकते हैं, लेकिन सीमाएं नहीं बदली जा सकतीं. या तो हम दोस्ताना माहौल में रहें और दोनों देशों में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करें या दुश्मनी में रहें और दोनों देशों के लिए त्रासदी पैदा करें. मुझे उम्मीद है कि दोनों देश एक-दूसरे को समझने की कोशिश करेंगे और लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगे."

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मिडिल ईस्ट में भड़की हिंसा पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह "दिल तोड़ने वाली" घटना है. उन्होंने कहा कि निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं, चाहे वह लेबनान हो, गाजा हो, सीरिया हो, ईरान हो या इजरायल हो, निर्दोष लोग मर रहे हैं. दुनिया को अब जाग जाना चाहिए. अगर यह संघर्ष दूसरे हिस्सों में फैल गया तो दुनिया की आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी. एक बेहतर राष्ट्र का हमारा सपना, शांति लाने का हमारा सपना कुचल दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: भारत पहुंचे मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू, जयशंकर से की मुलाकात, जानें- पूरा शेड्यूल

भारत द्वारा इजरायल को कथित तौर पर हथियार सप्लाई करने के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर यह सच है, तो यह बहुत दुखद है. इसका मतलब है कि वे वहां मौजूद नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं और मुझे लगता है कि यह हमें बर्बाद कर देगा. लंबे समय में, हमें ऐसी चीज की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी." 

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