राज्यसभा में शुक्रवार को बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्ष के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए और फिर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी. राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने से पहले एक अजीब वाकया हुआ.
आसन पर आए घनश्याम तिवाड़ी ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करते हुए सबसे पहले कांग्रेस के सांसद विवेक के तन्खा का नाम लिया. घनश्याम तिवाड़ी ने कहा, प्रश्न संख्या 136, श्री विवेक के तन्खा. तब विपक्ष के सदस्य हंगामा कर रहे थे. हंमामे के शोर में घनश्याम तिवाड़ी ने तीन बार विवेक के तन्खा का नाम लिया और कहा- प्रश्न.
आसन से बार-बार कहे जाने पर विवेक तन्खा ने कहा कि सर मैं एसआईआर के संबंध में एक सवाल पूछना चाहता हूं. शोर के कारण घनश्याम तिवाड़ी कांग्रेस सांसद की बात ठीक से नहीं सुन सके और सुनने की कोशिश में अपना कान आगे बढ़ा दिया. विवेक तन्खा ने अपनी बात फिर दोहराई.
इस बीच राज्यसभा के कर्मचारी ने घनश्याम तिवाड़ी के कान में कुछ कहा. इसके बाद विवेक तन्खा पर भड़के घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि यही पूछ रहे हैं आप? उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से संबंधित सवाल का जवाब देने के लिए संबंधित विभाग के मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम ले लिया.
यह भी पढ़ें: बिहार SIR पर लोकसभा 2 बजे तक स्थगित, राज्यसभा में भी नहीं चल सकी कार्यवाही
अश्विनी वैष्णव ने जवाब सभा पटल पर रख दिया. घनश्याम तिवाड़ी ने फिर विवेक तन्खा से फर्स्ट सप्लीमेंट्री पूछने के लिए कहा. मध्य प्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि ये पूछना चाह रहा हूं कि ये जो सेंसस के भागी हैं. आसन से भड़के घनश्याम तिवाड़ी ने कहा नो-नो. इस पर विवेक तन्खा ने कहा कि सर, हाउस ऑर्डर में नहीं है. मैं क्या करूं सर.
यह भी पढ़ें: बिहार SIR पर चर्चा क्यों नहीं? राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन में बताए ये कारण
आसन ने फिर मंत्री अश्विनी वैष्णव का रुख किया और कहा- बोलिए. मंत्री ने जवाब देना शुरू किया. अश्विनी वैष्णव के जवाब के दौरान हंगामे का शोर और बढ़ गया. आसन से घनश्याम तिवाड़ी ने इसे गलत बताते हुए नेम करने की चेतावनी भी दी, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. हंगामे के कारण आसन ने सदन की कार्यवाही 4 अगस्त, सोमवार को दिन में 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.