scorecardresearch
 

जॉर्डन दौरे के लिए रवाना हुए PM मोदी, इथियोपिया और ओमान की भी करेंगे यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15–16 दिसंबर को जॉर्डन की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा पर हैं. यह दौरा भारत-जॉर्डन राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रहा है. यात्रा में व्यापार, उर्वरक सहयोग और उच्चस्तरीय राजनीतिक वार्ता पर खास जोर रहेगा.

Advertisement
X
सबसे पहले जॉर्डन जाएंगे पीएम मोदी (Photo: ITG)
सबसे पहले जॉर्डन जाएंगे पीएम मोदी (Photo: ITG)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी सोमवार को तीन देशों की यात्रा के लिए निकल रहे हैं, जिसमें जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान शामिल हैं. जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन के निमंत्रण पर पीएम मोदी की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है. उनकी यह यात्रा भारत और जॉर्डन के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है. न्यू जर्सी और अम्मान के बीच निरंतर उच्च-स्तरीय राजनीतिक जुड़ाव के बीच यह यात्रा हो रही है.

नरेंद्र मोदी की इस यात्रा का मुख्य फोकस आर्थिक सहयोग रहने की उम्मीद है. भारत और जॉर्डन के व्यापारिक संबंध मजबूत और लगातार बढ़ रहे हैं. भारत जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार लगभग $2.8 बिलियन है. 

जॉर्डन भारत के लिए फॉस्फेट और पोटाश जैसे उर्वरकों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, जो भारत के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं.

यात्रा से पहले पीएम मोदी ने क्या कहा?

जॉर्डर की यात्रा पर निकलने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा, "मैं जॉर्डन के हाशमाइट किंगडम, इथियोपिया के फेडरल डेमोक्रेटिक रिपब्लिक और ओमान के सल्तनत की तीन देशों की यात्रा पर जा रहा हूं. ये तीनों ऐसे देश हैं, जिनके साथ भारत के पुराने सभ्यतागत संबंध हैं, साथ ही व्यापक समकालीन द्विपक्षीय संबंध भी हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा कि सबसे पहले, मैं महामहिम राजा अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन के निमंत्रण पर जॉर्डन जाऊंगा. यह ऐतिहासिक यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 साल पूरे होने का प्रतीक होगी. अपनी यात्रा के दौरान, मैं महामहिम राजा अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन, जॉर्डन के प्रधान मंत्री महामहिम श्री जाफर हसन के साथ विस्तार से बातचीत करूंगा, और महामहिम क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय के साथ भी मुलाकात करूंगा. अम्मान में, मैं जीवंत भारतीय समुदाय से भी मिलूंगा, जिन्होंने भारत-जॉर्डन संबंधों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

यह भी पढ़ें: ‘क़ायम हूं, पीछे हटने का सवाल ही नहीं’, पीएम मोदी के लिए ‘कब्र खुदेगी’ नारा देने वाली कांग्रेस नेता का जवाब

'लोकतंत्र की जननी...'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "अम्मान से, इथियोपिया के प्रधानमंत्री महामहिम डॉ. अबी अहमद अली के निमंत्रण पर, मैं फेडरल डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ इथियोपिया की अपनी पहली यात्रा करूंगा. अदीस अबाबा अफ्रीकी संघ का मुख्यालय भी है. 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान, अफ्रीकी संघ को G20 का स्थायी सदस्य बनाया गया था. अदीस अबाबा में, मैं महामहिम डॉ. अबी अहमद अली के साथ विस्तार से बातचीत करूंगा और वहां रहने वाले भारतीय समुदाय से मिलने का भी अवसर मिलेगा."

Advertisement

उन्होंने आगे कहा कि मुझे संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का भी सौभाग्य मिलेगा, जहां मैं 'लोकतंत्र की जननी' के रूप में भारत की यात्रा और भारत-इथियोपिया साझेदारी ग्लोबल साउथ के लिए क्या मूल्य ला सकती है, इस पर अपने विचार साझा करने के लिए उत्सुक हू.

यह भी पढ़ें: 'आजादी कांग्रेस ने दिलाई, PM मोदी ने नहीं...', रामलीला मैदान में मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा कि अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव में, मैं ओमान सल्तनत का दौरा करूंगा. मेरी यह यात्रा भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल पूरे होने का प्रतीक होगी. मस्कट में, मैं ओमान के सुल्तान के साथ अपनी बातचीत और हमारी रणनीतिक साझेदारी के साथ-साथ हमारे मजबूत वाणिज्यिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद करता हूं. मैं ओमान में भारतीय समुदाय की एक सभा को भी संबोधित करूंगा, जिसने देश के विकास और हमारी साझेदारी को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है.

भारत और जॉर्डन के बीच साझेदारी...

दोनों देशों के बीच इस साझेदारी का एक प्रमुख उदाहरण जॉर्डन इंडिया फर्टिलाइजर कंपनी (JIFCO) है. यह भारत की IFFCO और जॉर्डन फॉस्फेट माइन्स कंपनी के बीच $860 मिलियन का एक संयुक्त उद्यम है. इसकी स्थापना भारत को निर्यात के लिए फॉस्फोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए की गई थी, जो भारत की खाद्य सुरक्षा में योगदान दे रहा है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: केरल निकाय चुनाव: तिरुवनंतपुरम में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत, चार दशक पुराना LDF का किला ढहा, PM मोदी ने दी बधाई

जॉर्डन में भारतीय निवेश में भारतीय मूल की लगभग 15 कपड़ा निर्माण कंपनियां शामिल हैं, जिनका संचयी निवेश करीब $500 मिलियन है. ये फर्में जॉर्डन के योग्य औद्योगिक क्षेत्रों में काम करती हैं और अपने तैयार उत्पादों को वैश्विक बाजारों में निर्यात करती हैं. कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है, रॉयल जॉर्डनियन ने अम्मान और मुंबई के बीच सीधी उड़ानें शुरू की हैं और नई दिल्ली तक सेवाओं के विस्तार की योजना है. जॉर्डन भारतीय यात्रियों को वीज़ा-ऑन-अराइवल और ई-वीज़ा सुविधाएँ भी प्रदान करता है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement