लोकसभा में कार्यवाही की शुरुआत होते ही विपक्षी सांसद वेल में आ गए और राहुल गांधी के समर्थन में, अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्ष के हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही चलाने की कोशिश की लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला. महज छह मिनट के भीतर ही लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा आसन की ओर से कर दी गई.
लोकसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य मंत्री भी सदन में मौजूद थे. पीएम मोदी की मौजूदगी में विपक्षी कांग्रेस और डीएमके के सांसद वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्षी सांसदों ने राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों के इस व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई.
उन्होंने वेल में आकर नारेबाजी कर रहे सांसदों से कहा कि ये व्यवहार लोकतंत्र और संसद की उच्चकोटि की मर्यादाओं के लिए ठीक नहीं है. स्पीकर ने कहा कि आप सदन की मर्यादा गिरा रहे हैं. ये व्यवहार देश के लिए भी अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि ये सदन हमेशा उच्चकोटि के डिबेट और डिस्कशन के लिए जाना जाता रहा है. लेकिन आप चरणबद्ध तरीके से सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं जो ठीक नहीं है.
स्पीकर ने कहा कि इस तरह का व्यवहार लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है और सदन या देश के लिए भी ठीक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि सदन की मर्यादा बनी रहनी चाहिए. ये सदन डिबेट और डिस्कशन के लिए है. स्पीकर ने कहा कि मैंने आपको हमेशा बोलने का भरपूर मौका दिया है. लोकसभा स्पीकर की इन बातों का हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों पर कोई असर नहीं पड़ा.
कांग्रेस और डीएमके के अधिकतर सदस्य काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे. विपक्षी सांसदों का विरोध-प्रदर्शन वेल में जारी रहा. विपक्ष के हंगामे का शोर नहीं थमता देख स्पीकर ओम बिरला ने सदन में इस सत्र के दौरान हुए कामकाज का लेखा-जोखा रखा और फिर राष्ट्रगीत के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
बीजेपी सांसदों ने लगाए जय श्रीराम के नारे
बजट सत्र के अंतिम दिन लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में पहुंचे. पीएम मोदी के लोकसभा की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचने पर बीजेपी सांसदों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लोकसभा की कार्यवाही हंगामे के कारण नहीं के बराबर चल पाई.
हंगामे और नारेबाजी के बीच लोकसभा से कुछ विधेयक पारित जरूर किए गए लेकिन सदन में किसी भी विषय पर चर्चा नहीं हो पाई. बजट सत्र के समापन के बाद स्पीकर ओम बिरला ने अलग-अलग दलों के सांसदों से शिष्टाचार भेंट की. स्पीकर ओम बिरला से मिलने पीएम मोदी, राजनाथ सिंह समेत कई पार्टियों के नेता उनके कक्ष में पहुंचे.
अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच पर अड़ा रहा विपक्ष
विपक्ष अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच पर अड़ा रहा तो वहीं सत्तापक्ष राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर उनके माफी मांगने की मांग पर. पक्ष-विपक्ष की इस रार में सदन की कार्यवाही हर रोज हंगामे की भेंट चढ़ती चली गई. बता दें कि इसी सत्र के दूसरे चरण में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट के सजा सुनाने के बाद संसद की सदस्यता के अयोग्य भी घोषित किया गया.