
Retreat ceremony at Attari border cancelled: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के 20 दिन के भीतर भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से लेकर पाकिस्तान तक आतंकी ठिकानों पर एक बड़ा जवाबी हमला किया. इस कार्रवाई में हाफिज सईद, मसूद अजहर और सलाहुद्दीन जैसे आतंकवादियों के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया. पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीज आज (बुधवार) को अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी रद्द करने का फैसला लिया गया है.
बीटिंग रिट्रीट समारोह रद्द
अटारी बॉर्डर पर बुधवार को रिट्रीट सेरेमनी रद्द कर दी गई है. जो पर्यटक आए थे, उन्हें वापस लौटने को कहा गया है. पर्यटकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए मोदी सरकार और भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा है कि पहलगाम हमले का बदला ले लिया गया है.

सीमावर्ती गांवों में जोश
LoC पर बढ़ते तनाव के बीच सीमावर्ती गांवों में जोश हाई है और माहौल शांत है. आजतक से बातचीत करते हुए महावा गांव के कबूल सिंह ने कहा कि सेना ने शानदार काम किया है. अगर जरूरत पड़ेगी तो सेना का साथ देंगे. हमें कोई डर नहीं है.
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नेशता गांव के सरपंच मनजिंदर सिंह ने आजतक से बातचीत के दौरान कहा कि हम अपने गांव छोड़कर नहीं जा रहे हैं. पाकिस्तान पर हुई एयरस्ट्राइक पर हमें गर्व है.
बहावलपुर: जैश के 15 एकड़ के ठिकाने पर बमबारी, मसूद अज़हर का हेडक्वार्टर तबाह
भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित आतंकी हेडक्वार्टर पर हमला किया. यह हेडक्वार्टर 15 एकड़ में फैला हुआ था और यहां मसूद अजहर का परिवार और रिश्तेदार रहते थे. भारतीय वायु सेना ने आधी रात को बमों से हमला किया, जिससे मरकजे सुभान अल्लाह ध्वस्त हो गया और पांच में से चार डोम पूरी तरह टूट गए. पुलवामा आतंकी हमले की प्लानिंग इसी हेडक्वार्टर से हुई थी और आतंकियों को यहीं प्रशिक्षण दिया गया था. इस मरकज में जैश प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर, मुफ़्ती अब्दुल रऊफ असगर, मौलाना अमार और 600 से अधिक सदस्य रहते थे.