देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने मंगलवार को ऐलान किया कि एक हफ्ते से ज्यादा चले ऑपरेशनल क्राइसिस के बाद उसने अपनी सभी उड़ानें बहाल कर दी हैं. कंपनी ने कहा कि उसका ऑन-टाइम परफॉर्मेंस नॉर्मल लेवल पर लौट आया है और बुधवार को करीब 1900 फ्लाइट्स ऑपरेट करने की योजना है.
इंडिगो एयरलाइन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'नेटवर्क में कई दिनों तक लगातार सुधार के बाद हमने पूरे नेटवर्क पर फ्लाइट ऑपरेशन बहाल कर दिया है. हमारी वेबसाइट पर दिख रहीं सभी शेड्यूल्ड फ्लाइट्स ऑपरेट होंगी. विभिन्न एयरपोर्ट्स पर फंसे हुए लगभग सभी लगेज हमारे कस्टमर्स तक पहुंचा दिए गए हैं, बाकी भी जल्द पहुंच जाएंगे.'
कंपनी ने आगे कहा, 'आज हम अपने नेटवर्क के सभी 138 स्टेशनों को जोड़ते हुए 1800 से अधिक उड़ानें संचालित कर रहे हैं और कल लगभग 1900 उड़ानें संचालित करने की योजना है. हमारा ऑन-टाइम परफॉर्मेंस भी सामान्य स्तर पर वापस आ गया है. हमने अपने कस्टमर्स के लिए हमारी वेबसाइट पर एक सरल प्रक्रिया के माध्यम से कैंसलेशन पर फुल रिफंड (कोई प्रश्न नहीं पूछा जाएगा) को भी ऑटोमेटेड कर दिया है.'
— IndiGo (@IndiGo6E) December 8, 2025
इंडिगो के CEO पीटर एल एल्बर्स का संदेश
बता दें कि मंगलवार को भी इंडिगो की करीब 500 उड़ानें रद्द हुईं, लेकिन यह संख्या पिछले हफ्ते के मुकाबले काफी कम है. एयरलाइन कंपनी के CEO पीटर एल एल्बर्स ने एक वीडियो मैसेज में कहा, 'इंडिगो फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो गई है. ऑपरेशन स्टेबल हो चुका है. हमने आपको निराश किया, इसके लिए खेद है. 5 दिसंबर को सिर्फ 700 फ्लाइट्स ऑपरेट हो सकी थीं, आज 1800 से ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं और सभी 138 रूट्स को कवर कर रही हैं. सरकार के साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है और इंटरनल इन्क्वायरी शुरू कर दी गई है कि यह संकट कैसे पैदा हुआ.'
IndiGo Operations Normalised | A Message From Pieter Elbers, CEO, IndiGo pic.twitter.com/VVB2yTsIBy
— IndiGo (@IndiGo6E) December 9, 2025
नागरिक उड्डयन मंत्री की इंडिगो को चेतावनी
इधर, लोकसभा में मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि इंडिगो को नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों में कोई छूट नहीं दी जाएगी और कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने जोर दिया कि कोई भी एयरलाइन, चाहे कितनी बड़ी हो, यात्रियों को इस तरह परेशान नहीं कर सकती. केंद्रीय मंत्री ने इंडिगो क्राइसिस के बाद नई एयरलाइंस कंपनियों को बढ़ावा देने की बात भी कही, क्योंकि डोमेस्टिक मार्केट में इंडिगो की हिस्सेदारी करीब 65% है.
डीजीसीए ने अस्थायी रूप से इंडिगो को फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों में छूट दी थी, जिसकी काफी आलोचना हुई. इंडिगो ने सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के शो-कॉज नोटिस के जवाब में टेक्निकल ग्लिच, विंटर शेड्यूल ट्रांजिशन, खराब मौसम और नई FDTL नियमों को इस क्राइसिस का कारण बताया है.