भारत-बांग्लादेश की सीमा पर सुरक्षा बलों ने बडे़ ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थित 71वीं वाहिनी की सीमाचौकी खंडुआ पर तैनात सतर्क और सजग जवानों ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तस्करी की बड़ी कोशिश को फेल करने में कामयाबी हासिल की है.
इस कार्रवाई के दौरान जवानों ने 1.060 किलोग्राम मेथाक्वालोन (अनुमानित कीमत ₹3,18,00,000) और 100 ग्राम हेरोइन (अनुमानित कीमत ₹20,00,000) बरामद की, जिससे कुल ₹3,38,00,000 (तीन करोड़ अड़तीस लाख रुपये मात्र) मूल्य की मादक पदार्थों की तस्करी को रोका गया.
अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले संदिग्ध
4 मई को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सीमा सुरक्षा बल की 71वीं वाहिनी की बीओपी खंडुआ के सतर्क जवानों ने रात करीब 2:30 बजे डोमिनेशन लाइन के पीछे दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों को देखा. जवानों ने तुरंत टॉर्च की रोशनी के जरिए उन्हें रुकने की कड़ी चेतावनी दी, लेकिन दोनों संदिग्ध तेजी से नजदीकी गांव अट्रोसिया की तरफ भाग निकले. जवानों ने उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश की लेकिन वे अंधेरे और नजदीकी घरों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे.
इस घटना के तुरंत बाद, बीएसएफ के जवानों ने इलाके में बड़ा तलाशी अभियान चलाया. अभियान के दौरान झाड़ियों और आस-पास के इलाकों में बारीकी से तलाश करते हुए जवानों ने प्लास्टिक का एक बैग बरामद किया. बैग को खोलने पर उसमें दो पैकेट पाए गए, जो भूरे रंग की टेप से लिपटे हुए थे. पहले पैकेट को खोलने पर उसमें से हल्के पीले रंग के पाउडर से भरे 10 छोटे सेलोफेन पैकेट मिले, जो मादक पदार्थ जैसे लग रहे थे. दूसरे पैकेट से दो अतिरिक्त सेलोफेन पैकेट प्राप्त हुए, जिनमें से एक में भूरा और दूसरे में हल्का पीला पाउडर भरा हुआ था.
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क्या है ड्रग्स का मूल्य?
बरामद किए गए पैकेट्स को तुरंत जब्त कर लिया गया और तत्काल परीक्षण के लिए भेज दिया गया. परीक्षण के बाद इन संदिग्ध पाउडरों को हेरोइन (100 ग्राम) और मेथाक्वालोन (1.060 किलोग्राम) के रूप में पॉजिटिव पाया गया. 100 ग्राम हेरोइन की अनुमानित कीमत ₹20,00,000 और 1.060 किलोग्राम मेथाक्वालोन अनुमानित कीमत ₹3,18,00,000 आंकी गई है. जब्त किए गये मादक पदार्थों को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए संबंधित विभाग के हवाले कर दिया गया है.
दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी ने इस घटना से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के प्रयासों को रोकने और नशे के खिलाफ अभियान में यह एक बहुत बड़ी सफलता है.
इसका पूरा श्रेय बीएसएफ के बहादुर जवानों को जाता है, जो दिन-रात पूरी मुस्तैदी के साथ बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे हैं और तस्करी के हर प्रयास को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. बीएसएफ जवानों की सजगता और त्वरित कार्रवाई से तस्करों के हौसले लगातार पस्त हो रहे हैं, जो की बीएसएफ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.