विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति (पार्लियामेंट्री कमेटी) को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान सैन्य ठकराव पर विस्तार से जानकारी साझा की.
बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद?
यह बैठक विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति की थी, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने की. इस बैठक में कई दलों के नेता शामिल हुए.
ब्रीफिंग में क्या बताया गया?
विदेश सचिव की ओर से पहलगाम हमले के बाद सीमा पार बढ़े तनाव के बाद विभिन्न दलों को बैठक में इस्लामाबाद के साथ वर्तमान में राजनीयिक स्थिति, सीमा पार सुरक्षा चुनौतियां और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मामलों पर ब्रीफिंग दी गई.
बैठक का उद्देश्य क्या था?
इस ब्रीफिंग का उद्देश्य यह था कि सांसदों को भारत की विदेश नीति में हाल के घटनाक्रम खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में ताजा जानकारियां साझा करनी थी.
भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा प्रहार करने का ऐलान कर चुका है. लेकिन, कूटनीतिक स्थिरता बनाए रखने के पक्ष में है.
यह भी पढ़ें: भारतीय सेना अध्यक्ष ने किया राजस्थान में लौंगेवाला का दौरा, पाकिस्तान से तनाव के बाद हालात का लिया जायजा
भारत पूरी दुनिया को यह संदेश देना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरतेगा और सख्त रूख अपनाएगा.
33 देशों में जाएंगे डेलिगेशन
आतंकवाद पर पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कूटनीतिक रास्ता अपना रही है. 59 सदस्यों वाले डेलिगेशन 33 देशों में जाएंगे. वो वहां की राजधानियों में जाकर वहां की सरकारों को आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त नीति के बारे में जानकारी साझा करेंगे.
इस पहल से दुनियाभर के देशों को आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति के बारे में जानकारी मिलेगी. डेलिगेशन में 51 नेता और 8 राजदूत शामिल हैं. डेलिगेशन सात ग्रुप में बंटा और खासकर UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेगी.