चक्रवाती तूफान बिपारजॉय गुजरात के तटों से टकरा गया है. ये तूफान कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास तबाही मचा सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि इस तूफान की स्पीड अधिकतम 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए कई राज्यों ने कमर कस ली है.
गुजरात प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को शिफ्ट कर दिया है और बचाव और राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है. मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है. गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र और कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों को शिफ्ट कर दिया है.
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि लैंडफॉल बनाने के बाद चक्रवात की गति कम हो रही है. उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने से पहले दक्षिण-दक्षिण पश्चिम राजस्थान में इसका असर होगा. चक्रवात की वजह से अगले चार दिन तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश होगी.
दिल्ली में होगी भारी बारिश
चक्रवात बिपारजॉय से दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा असर की उम्मीद नहीं है. हालांकि आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश संभव है. IMD का कहना है कि तूफान के चलते दिल्ली में अगले 4 दिन तक भारी बारिश हो सकती है.
मध्य प्रदेश में ये होगा असर
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से बचने के लिए मध्य प्रदेश के शहडोल, जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है. लिहाजा अगले 24 घंटों के दौरान खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, सागर, झाबुआ, उज्जैन, रीवा, सतना और छतरपुर जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है.
खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, सागर, रीवा, सतना, छतरपुर, रायसेन, भोपाल और सीहोर जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी आने की संभावना है. वहीं धार, बालाघाट और रतलाम जिलों में कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना है.
गोवा में बिपरजॉय का प्रभाव
गोवा में चक्रवाती तूफान का असर पहले ही दिखाई दे रहा है. इसके चलते समुद्र में ऊंच-ऊंची लहरें उठ रही हैं. फिलहाल, पर्यटकों के समुद्र तटों पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
राजस्थान के इन जिलों में बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजोय के प्रभाव से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने कहा कि 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है.
क्या है IMD की चेतावनी?
आईएमडी ने कहा कि 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बिपरर्जॉय चक्रवाती तूफान के रूप में लैंडफॉल करेगा. IMD ने कहा कि ये चक्रवाती तूफान बिपारजॉय पूरी तरह से अलग है. लेकिन इस साल काफी देर से आए मानसून पर इसका कोई निगेटिव असर नहीं होगा. IMD ने कच्छ और सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
साइक्लोन के दौरान क्या करें?
- सरकार द्वारा जारी चेतावनी को सुनते रहें.
- सरकार या स्थानीय प्रशासन द्वारा दिए गए सुझाव को मानें.
- अफवाह पर विश्वास न करें, न ही इन्हें फैलाएं.
- अगर आपका घर साइक्लोन जोन में है, तो उसे तुरंत खाली करके सुरक्षित स्थान पर जाएं.
- अगर आपका घर सुरक्षित बना है, उसके सबसे सुरक्षित जगह पर पनाह लें. लेकिन अगर प्रशासन इसे खाली करने के लिए कहे, तो तुरंत इसे खाली करें.
- घर पर बिना पकाए इस्तेमाल किए जाने वाला खाना और कुछ अतिरिक्त पानी स्टोर करें. -
अगर आप दूसरे स्थान पर जा रहे हैं, तो कीमती सामान को भी अपने साथ ले जाएं.
- साइक्लोन के वक्त घर से बाहर न निकलें.
- बिजली का मेन स्विच और गैस सप्लाई बंद कर दें.
- साइक्लोन के दौरान बारिश और हवा बंद होने के दौरान भी बाहर न निकलें. कभी कभी हवाएं रुक रुक कर चलती हैं और नुकसान पहुंचाती हैं. जब तक आधिकारिक ऐलान नहीं होता कि साइक्लोन का असर खत्म हो गया है, बाहर न निकलें.
- अगर आप शेल्टर में शिफ्ट किए गए हैं, तो अगले आदेश तक इसे न छोड़ें और अधिकारियों के निर्देश का पालन करें.