माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. अतीक की हत्या के बाद से ही रोज उनसे जुड़े खुलासे हो रहे हैं. अब पता चला है कि अतीक ने अपनी हत्या से दो हफ्ते पहले एक चिट्ठी लिखी थी और यह सुनिश्चित किया था कि किसी भी परिस्थिति में उसकी मौत के बाद यह चिट्ठी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के चीफ जस्टिस को भेजी जाए.
यह खुलासा अतीक के वकील ने मंगलवार को किया. अतीक के वकील विजय मिश्रा ने कहा कि यह चिट्ठी सीलबंद लिफाफे में है. ना तो यह चिट्ठी मेरे पास है और न ही मेरी ओर से भेजी जा रही है. यह चिट्ठी कहीं और रखी गई थी. किसी और शख्स द्वारा इस चिट्ठी को भेजा जा रहा है. मुझे नहीं पता कि इस चिट्ठी में क्या लिखा गया है.
मिश्रा ने बताया कि अतीक अहमद ने कहा था कि अगर उनके साथ कोई दुर्घटना होती है या उनकी हत्या कर दी जाती है तो इस सीलबंद चिट्ठी को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा जाए.
प्रयागराज में शनिवार को अतीक और अशरफ अहमद की हत्या की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका पर 24 अप्रैल को सुनवाई पर सहमत हो गया है.
अतीक-अशरफ की हो चुकी है हत्या
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हमलावरों ने ये हमला उस समय किया था, जब पुलिस दोनों को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लेकर आई थी. उसी समय पत्रकार बनकर आए हमलावरों ने अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हमलावरों के नाम अरुण मौर्य, सनी पुराने और लवलेश तिवारी हैं. तीनों फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं. तीनों ने पुलिस की मौजूदगी में मीडिया के सामने अतीक और अशरफ को गोली मारी थी.
दो बेटे जेल में, पत्नी चल रही फरार
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर 4 क्रिमिनल केस दर्ज हैं, वो उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है. हत्या के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार है. पुलिस ने उस पर इनाम रखा है. अतीक के बड़े बेटे मोहम्मद उमर पर 2 केस दर्ज हैं. CBI ने 2 लाख का इनाम रखा जिसके बाद उसने सरेंडर किया. वह लखनऊ जेल में बंद है.
अतीक के 5 बेटों में दूसरे नंबर का बेटा है मोहम्मद अली. उस पर 6 केस दर्ज हैं. मोहम्मद अली पर हत्या के प्रयास और 5 करोड़ की रंगदारी का आरोप है. उसके फरार होने के बाद पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था. जिसके बाद उसने 31 जुलाई 2022 को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, फिलहाल अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद है.
अतीक के चौथे और पांचवें नंबर के बेटे नाबालिग हैं. उन्हें बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया. दोनों अतीक के जनाजे में शामिल हुए थे. अतीक की बहन आयशा नूरी भी जुर्म की दुनिया में शामिल है. आयशा और उनकी बेटी उनाजिला पर शूटरों को पनाह देने का आरोप है. आयशा से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया था. आयशा अब कोर्ट की शरण में पहुंची है.