महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को आगामी मुंबई नगर निगम चुनावों के लिए उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के फिर से साथ आने पर तंज कसा.
उन्होंने कहा कि शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना दोनों दल अपनी पहचान खो चुके हैं और उनके इस रियूनियन को ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे रूस और यूक्रेन एक साथ आ गए हों.
शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने बुधवार को मुंबई नगर निगम चुनाव से पहले अपने गठबंधन की घोषणा की. मुंबई में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ कहा कि वे साथ आए हैं और साथ ही बने रहेंगे.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे रूस और यूक्रेन एक हो गए हों… जैसे जेलेंस्की और पुतिन बातचीत कर रहे हों. यह गठबंधन उन दो दलों के बीच हुआ है जिन्होंने अपनी पहचान खो दी है. लोगों को उन पर भरोसा नहीं है. तुष्टिकरण की राजनीति के चलते उन्होंने अपना वोट बैंक भी गंवा दिया है.
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस ने सिर्फ अपनी राजनीतिक पहचान बचाने के लिए हाथ मिलाया है और महायुति मुंबई नगर निगम चुनाव जीतेगी. उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों का साथ आना किसी तरह का असर नहीं डालेगा. दोनों पार्टियां अपनी पहचान बचाने के लिए साथ आई हैं. मुंबई के लोगों ने हमारे द्वारा किए गए विकास कार्य देखे हैं, इसलिए मुंबई हमारे साथ है और आगे भी रहेगी. महायुति ही मुंबई जीतेगी.
उधर, ठाकरे बंधुओं के इस पुनर्मिलन पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि नगर निगम चुनाव में हार के डर से दोनों दलों ने गठबंधन किया है. भंडारी ने कहा कि दो वंशवादी नेता साथ आए हैं. उन्होंने हार के डर से अपनी पार्टियों के बीच गठबंधन किया है. मुंबई की जनता एनडीए-बीजेपी के नेतृत्व में विकास को चुनना चाहती है.