प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के लिए कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में शनिवार को आप विधायक अमानतुल्ला खान के तीन कथित सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने पिछले महीने 49 वर्षीय आम आदमी पार्टी (आप) से ओखला विधायक के परिसरों पर छापा मारा था.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि जीशान हैदर, दाउद नासिर और जावेद इमाम सिद्दीकी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है. ईडी ने दावा किया कि तीनों अमानतुल्ला खान के सहयोगी थे और उनके बीच संदिग्ध नकद लेनदेन हुआ था.
एजेंसी ने छापे के बाद आरोप लगाया था कि खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध भर्ती से नकद में भारी आय अर्जित की थी और उसे अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदने के लिए निवेश किया था. एजेंसी ने कहा था, "यह तलाशी दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध भर्ती और 2018-2022 के दौरान अमानतुल्ला खान द्वारा बोर्ड की अध्यक्षता के दौरान वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को गलत तरीके से पट्टे पर देकर अवैध व्यक्तिगत लाभ से संबंधित मामले में की गई थी."
इसमें कहा गया था कि सीबीआई की एक प्राथमिकी और दिल्ली पुलिस की तीन शिकायतें आप विधायक के खिलाफ ईडी की कार्रवाई का आधार बनीं. खान ने उक्त आपराधिक गतिविधियों से अपराध की बड़ी रकम नकदी में अर्जित की और इस नकद राशि को अपने सहयोगियों के नाम पर दिल्ली में विभिन्न अचल संपत्तियों की खरीद में निवेश किया गया था.
इसमें कहा गया है कि छापे के दौरान भौतिक और डिजिटल साक्ष्य के रूप में कई अपराधी सामग्रियां जब्त की गईं, जो मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में खान की भूमिका का "संकेत" देती हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहले आरोप लगाया था कि पार्टी को नष्ट करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है और कहा था कि उसके नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं.