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घर से 3 साल के बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ, 30 घंटे बाद मिले शव के अवशेष

छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक गांव से तीन साल के बच्चे को उठाकर तेंदुआ ले गया. काफी खोजनबीन के बाद भी बच्चे का कुछ पता नहीं चल पाया. करीब 30 घंटे बाद वन विभाग की टीम को जंगल में बच्चे के शव के अवशेष मिले, जिस पर तेंदुए के पंजे के निशान थे.

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गांव से बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ (सोर्स - Meta AI)
गांव से बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ (सोर्स - Meta AI)

धमतरी जिले के नगर क्षेत्र में इनदिनों लोग तेंदुए के आतंक से सहमे हुए हैं.  ताजा मामला है सिहावा थाना क्षेत्र का कोरमूड वन परिक्षेत्र बीरगुड़ी गांव का है. यहां बीते रविवार को एक तीन साल का बच्चा खेलते-खेलते  शाम करीब 7 बजे से कहीं लापता हो गया. इसके बाद परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. 

 परिजनों आशंका हुई कि बच्चे को कहीं तेंदुआ उठाकर न ले गया हो. इसके बाद परिवार वालों ने वन विभाग और पुलिस को बच्चे की गुमशुदगी की सूचना दी. 24 घंटे के बाद भी बच्चे का कहीं कुछ पता नहीं चला. मंगलवार की सुबह वन विभाग की टीम को जंगल में बच्चे के अवशेष मिले. 

यह भी पढ़ें: आंगन से खींचकर 9 साल की बच्ची को ले गया तेंदुआ, जंगल में मिला क्षत-विक्षत शव

सिर्फ मासूम के सिर की खोपड़ी बची थी. बच्चे के शरीर के अवशेष की बरीकी से जांच की गई तो तेंदुए के पंजे का निशान मिला. इससे यह पुष्टि हो गई कि बच्चे की तेंदुआ ने अपना शिकार बना लिया था. मृतक बच्चे का नाम ऋत्विक कमार था. शाम में बच्चा जब घर के बाहर खेल रहा था. तभी तेंदुआ उसे उठाकर ले गया था, लेकिन कोई उसे देख नहीं सका.

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गांव में इस तरह तेंदुए के घुस जाने और बच्चे को उठाकर ले जाने की वजह से गांव के लोग सहमे हुए हैं. वहीं ऋत्विक के पिता ओमकरेश्वर का रो-रोकर बुरा हाल है. पूरे गांव में इस घटना से मातम पसरा हुआ है. गांव वालों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार तेंदुआ गांव में घुस चुका है और लोगों पर हमला किया.

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