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दिल्ली में पुरानी शराब नीति आने से क्या बदलेगा? डिस्काउंट-ऑफर का क्या होगा? 10 सवालों के जवाब

दिल्ली में विवादों में घिरी केजरीवाल सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी रद्द हो ही गई. आज से फिर पुरानी एक्साइज पॉलिसी को ही लागू कर दिया गया है. ये पॉलिसी 6 महीने तक लागू रहेगी. अब दिल्ली में शराब की दुकानें फिर से सरकार ही चलाएगी. नई पॉलिसी के तहत, सरकार शराब के कारोबार से बाहर निकल गई थी.

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दिल्ली में 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू हुई थी. (फाइल फोटो-PTI)
दिल्ली में 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू हुई थी. (फाइल फोटो-PTI)

राजधानी दिल्ली में आज से काफी कुछ बदल जाएगा. खासकर उन लोगों के लिए, जो शराब पीने के शौकीन हैं. दिल्ली में आज से नई एक्साइज पॉलिसी (2021-22) के बजाय पुरानी एक्साइज पॉलिसी (2020-21) फिर से लागू हो जाएगी. पुरानी पॉलिसी अगले 6 महीने के लिए लागू रहेगी. पुरानी शराब नीति के लागू होने से सबसे बड़ा बदलाव तो यही होगा कि अब शराब की दुकानें सरकार ही चलाएगी. 

केजरीवाल सरकार ने पिछले साल 17 नवंबर को नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी. लेकिन इस पर विवाद होने के बाद इसे रद्द करने का फैसला ले लिया. ये पॉलिसी पहले 31 जुलाई को ही खत्म हो जानी थी. लेकिन शराब की किल्लत न हो, इसके लिए 1 महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. अब आखिरकार नई पॉलिसी रद्द हो गई है और दोबारा से पुरानी नीति लागू हो गई है. 

नई पॉलिसी के निरस्त होने और पुरानी के लागू होने के बाद दिल्ली में 'शराब' को लेकर क्या कुछ बदल जाएगा? नई पॉलिसी पर क्या था विवाद? क्या अब तक शराब पर जो छूट मिल रही थी, वो मिलती रहेगी? ऐसे ही सवालों के जवाब जानते हैं...

1. सबसे पहले क्या थी नई नीति?

- आम आदमी पार्टी की सरकार ने 17 नवंबर 2021 को एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू की. इसके तहत सरकार शराब कारोबार से पूरी तरह बाहर आ गई और उसे निजी कंपनियों पर छोड़ दिया.

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- नई पॉलिसी के तहत दिल्ली के 32 जोन में 849 शराब की दुकानें खुलीं. हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानें खुल सकती थीं. 

- नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी.

2. पर इसे रद्द क्यों किया गया?

- सरकार को नई नीति से रेवेन्यू बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन हुआ इसका उल्टा. 31 जुलाई को कैबिनेट नोट ने माना भारी बिक्री के बावजूद रेवेन्यू का नुकसान हुआ. क्योंकि थोक और खुदरा कारोबारियों ने लाइसेंस लौटा दिए थे.

- वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 1,485 करोड़ रुपये मिले. ये बजट अनुमान से 37.51 फीसदी कम था. इतना ही नहीं, अप्रैल 2022 के बाद से हर महीने के रेवेन्यू में भी करीब 194 करोड़ रुपये की कमी आ गई. 

- इससे पहले दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया. इस रिपोर्ट में उन्होंने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया. 

- उन्होंने CBI जांच की सिफारिश की. इस रिपोर्ट के आधार पर 21 जुलाई को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की. ठीक एक हफ्ते बाद सरकार ने इस पॉलिसी को रद्द करने का फैसला लिया.

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3. पुरानी पॉलिसी कब तक लागू रहेगी?

- पुरानी एक्साइज पॉलिसी 1 सितंबर से लेकर अगले 6 महीने तक यानी फरवरी तक लागू रहेगी. तब तक या तो नई नीति आएगी या फिर कुछ गाइडलाइंस आएगी. 

4. तो अब क्या होगा?

- 1 सितंबर से पुरानी एक्साइज पॉलिसी लागू हो गई. नवंबर 2021 में नई पॉलिसी लागू होने से पहले दिल्ली में शराब की 864 दुकानें थीं. इनमें से 475 सरकारी और 389 निजी दुकानें थीं. 

- सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई थी, लेकिन अब फिर से सरकारी एजेंसियों शराब दुकानें चलाएंगी. 475 दुकानें सरकार चलाएगी और बाकी 389 के लिए निजी वेंडरों को लाइसेंस दिया जाएगा.

5. सरकार कैसे चलाएगी इन दुकानों को?

- सरकार इन दुकानों को चार एजेंसियों के जरिए चलाएगी. पहले भी यही चार एजेंसियां शराब की दुकानें चलाती थीं.

- अब दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (DSIIDC), दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरशन (DTTDC), दिल्ली कन्ज्यूमर को-ऑपरेटिव होलसेल स्टोर (DCCWS) और दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइ कॉर्पोरेशन (DSCSC) शराब की दुकानें चलाएंगी.

6. कब से खुल जाएंगी शराब की दुकानें?

- न्यूज एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि आज से करीब 300 शराब की दुकानें खुल जाएंगी. अभी ज्यादातर दुकानें मॉल और मेट्रो स्टेशन के पास खोली जाएंगी.

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- बताया जा रहा है कि इस साल के आखिर तक 700 दुकानें सरकार चलाएगी. अभी निजी वेंडरों को लाइसेंस देने का प्लान नहीं है.

- दिल्ली सरकार ने अब रेस्टोरेंट और बार में माइक्रोबेवरीज खोलने की इजाजत दे दी है. यहां पर ड्रॉट बियर मिलेगी. पहले कनॉट प्लेस और जनपथ रोड पर स्थित 5 स्टार होटल में माइक्रोबेवरीज थी. नवंबर 2021 से दोनों माइक्रोबेवरीज बंद हो गई थीं.

- एक्साइज डिपार्टमेंट का दावा है कि चार दिन का स्टॉक पहले से ही कर लिया गया है. दिल्ली में शराब की खपत बहुत ज्यादा है. 2019 में AIIMS के एक सर्वे में सामने आया था कि हर महीने दिल्लीवाले 5 लाख लीटर शराब पी जाते हैं.

7. कैसे पता चलेगा कि दुकान कहां है?

- इसके लिए सरकार ने एक ऐप बनाई है. इसका नाम mAbkaridelhi रखा गया है. इस ऐप को आज से डाउनलोड किया जा सकता है. 

- फिलहाल ये ऐप सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स के लिए है. आईफोन यूजर्स के लिए भी इसे लॉन्च किया जाएगा. इस ऐप से शराब की दुकानों के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी.

8. इस ऐप में क्या-क्या जानकारी मिलेगी?

1. कौन सा ब्रांड अवेलेबल है?
2. शराब की दुकान की लोकेशन क्या है?
3. किस तारीख को ड्राई डे रहेगा यानी किस दिन शराब नहीं मिलेगी?
4. शराब असली है या नकली, बॉटल स्कैनर टूल से ये भी खरीदार पता कर पाएंगे.
5. शराब की दुकान के खुलने का क्या टाइम है?
6. कौनसी विदेशी शराब मौजूद है और वो किसी दुकान पर मिलेगी या नहीं?
7. खरीदार अपनी शिकायत भी दर्ज करवा सकते हैं.

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9. डिस्काउंट-ऑफर का क्या होगा?

- नई एक्साइज पॉलिसी में सरकार ने लाइसेंसधारियों को डिस्काउंट ऑफर देने की इजाजत दे दी थी. सरकार ने 25% तक डिस्काउंट की लिमिट तय की थी. 

- हालांकि, दिल्ली की ज्यादातर दुकानों पर 'एक बोतल पर दूसरी फ्री' जैसे ऑफर भी दिए गए थे. अब सरकार के पास दुकानें जानें से डिस्काउंट और ऑफर भी खत्म हो जाएंगे.

10. क्या लीगल एज और ड्राई डे भी बदलेंगे?

- पुरानी एक्साइज पॉलिसी के तहत दिल्ली में शराब पीने की कानूनी उम्र 25 साल थी, जिसे पिछले साल नई पॉलिसी के तहत घटाकर 21 साल कर दिया गया था. अभी भी यही कानूनी उम्र रहेगी. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.

- इसी तरह पहले दिल्ली में सालभर में 21 दिन ड्राई डे रहता था. यानी, इन 21 दिनों में शराब की दुकानें नहीं खुलती थीं. फिलहाल, ड्राई डे की तारीखों में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. अभी भी गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गांधी जयंती (2 अक्टूबर) के दिन ही शराब दुकानें बंद रहेंगी. 

 

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