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बांग्लादेश हिंसा से परेशान एल्विश यादव, दीपू दास की लिंचिंग पर बोले- ये बेहद चिंताजनक

बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की लिंचिंग की निंदा की थी. अब यूट्यूबर एल्विश यादव ने इस घटना पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि यह सिर्फ बयान देने या स्टोरी पोस्ट करने की बात नहीं है, बल्कि इस मामले को 'गंभीर ध्यान' देने की जरूरत है.

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बांग्लादेश हिंसा से परेशान एल्विश यादव (Photo: Instagram @elvishyadav)
बांग्लादेश हिंसा से परेशान एल्विश यादव (Photo: Instagram @elvishyadav)

बांग्लादेश के मयमनसिंह शहर में 27 साल के हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की लिंचिंग और हत्या के बाद भारत के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने इस हमले की निंदा की थी. अब यूट्यूबर एल्विश यादव ने इस घटना पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि यह सिर्फ बयान देने या स्टोरी पोस्ट करने की बात नहीं है, बल्कि इस मामले को 'गंभीर ध्यान' देने की जरूरत है.

एल्विश ने किया ट्वीट

एल्विश यादव ने शुक्रवार, 26 दिसंबर की शाम अपने एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट लिखा, 'यह सिर्फ स्टोरीज पोस्ट करने या कुछ बयान देने की बात नहीं है. स्थिति को गंभीर और निरंतर ध्यान देने की जरूरत है. मैंने 2021 में और 2024 में बांग्लादेशी हिंदुओं की स्थिति पर एक वीडियो के जरिए यह चिंता उठाई थी और आज फिर दोहरा रहा हूं. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति बेहद चिंताजनक है और इसे अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.'

जाह्नवी कपूर ने कही थी ये बात

कुछ दिन पहले जाह्नवी कपूर ने इस घटना पर एक लंबी पोस्ट लिखी थी. उन्होंने लिखा, 'बांग्लादेश में जो हो रहा है वह बर्बरता है. यह नरसंहार है और यह कोई अलग-थलग घटना नहीं है. अगर आपको इस अमानवीय सार्वजनिक लिंचिंग के बारे में नहीं पता, तो इसके बारे में पढ़ें, वीडियो देखें, सवाल पूछें. और अगर इसके बावजूद आपको गुस्सा नहीं आता, तो यही तरह की पाखंड हमें पता चलने से पहले ही नष्ट कर देगा.'

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एक्ट्रेस ने आगे लिखा था, 'हम दुनिया के दूसरे छोर पर हो रही चीजों के लिए रोते रहेंगे जबकि हमारे अपने भाई-बहन जिंदा जला दिए जा रहे हैं. किसी भी रूप में चरमपंथ को बेनकाब करना और उसकी निंदा करना जरूरी है वरना हम अपनी इंसानियत भूल जाएंगे.'

बांग्लादेश में स्थिति नाजुक

इस घटना के कारण भारत में बांग्लादेश मिशनों के पास विरोध प्रदर्शन हुए हैं. दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजदूतों को तलब किया है, क्योंकि बांग्लादेश और भारत में हाई कमीशन की सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं. इस बीच कम से कम सात भारतीय शहरों में बड़ी संख्या में लोग इस हत्या के विरोध में सड़कों पर उतरे. इनमें दिल्ली, कोलकाता, भोपाल, जम्मू, अगरतला, मुंबई और हैदराबाद शामिल हैं.

27 साल के दीपू चंद्र दास को बांग्लादेश में एक भीड़ ने मार डाला. उसकी लाश को पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई थी. पिछले हफ्ते हुई इस लिंचिंग के कथित दिल दहला देने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं. यह घटना 18 दिसंबर की रात को ढाका-मयमनसिंह हाईवे पर जामिरदिया दुबलियापारा इलाके में हुई. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस की जांच, परिवार और स्थानीय प्रतिनिधियों के बयानों से पता चलता है कि कार्यस्थल पर विवाद इस लिंचिंग का ट्रिगर था.

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