प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब की आंच अब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से होकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी तक पहुंचने लगी है. बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने किताब में किए गए दावों का जिक्र करते हुए दोनों को परदे के पीछे से यूपीए चलाने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि दोनों को इसकी कीमत चुकानी होगी.
शनिवार को बोंगई गांव के काकोइजान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'संजय बारू की किताब 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' ने उसे सामने ला दिया जो हम (बीजेपी) लंबे समय से कहते आ रहे थे. मां और बेटे प्राथमिक नीति निर्माता हैं और (प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह महज दिखावा हैं.' मोदी ने आगे कहा, 'किताब से यह साफ है कि कौन असली प्रधानमंत्री है. मनमोहन सिंह जो कहते हैं, उसका कोई महत्व नहीं है. मां और बेटे दोनों को इसकी कीमत चुकानी होगी.'
पचौरी के बयान पर चुटकी
मोदी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के मौजूदा मीडिया सलाहकार के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें एक बहुत ही मजेदार सूचना मिली है. मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान 1100 भाषण दिए. यह बस यह साबित करने के लिए है कि वह ‘मौन मोहन सिंह’ नहीं हैं.'
गौरतलब है कि यह बयान मनमोहन के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी ने बारू के दावों की काट करने के लिए शुक्रवार को जारी किया था. मोदी ने कहा कि यह ज्यादा उचित होता अगर प्रधानमंत्री कार्यालय इस पर कोई बयान जारी करता कि मनमोहन ने गरीब और आम आदमी के लिए क्या किया. उन्होंने कहा, 'अगर पीएमओ ने कभी घोषणा की होती कि उन्होंने कोच राजबांगशियों या असम के आदिवासियों के लिए क्या किया? नहीं, उन्होंने ऐसा नहीं कहा क्योंकि वे आपको कोई अहमियत नहीं देते या आपको ले कर चिंतित नहीं हैं. वे बस उसी वक्त आपको याद करते हैं जब चुनाव आता है. अब उनको भूलने की आपकी बारी है.'
मोदी ने आरोप लगाया कि देश भर में 'झूठ फैलाना' सोनिया गांधी और राहुल गांधी की आदत बन गई है. उन्होंने कहा कि राहुल झूठा प्रचार कर रहे हैं कि गुजरात में लघु उद्योग बंद हो रहे हैं.
वोट की जरूरत पड़ी तो मां-बेटा आगे आ गए
मोदी ने राहुल को मुखातिब कर कहा, 'आज हम दोनों असम में हैं, इसलिए एक दूसरे से रूबरू हों. गुजरात को भूल जाएं. आपके तीन बार के कांग्रेसी मुख्यमंत्री ने राज्य में बंद पड़ी अशोक पेपर मिल्स खोलने के लिए क्या किया? क्या उन्होंने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कोई कदम उठाया.'
मोदी ने कांग्रेस पर छलने का अरोप लगाते हुए कहा, 'जब उन्हें आपके वोट की जरूरत पड़ी तो मां और बेटा आगे आ गए और सरकार चलाने में पर्दे के पीछे रहे.' मोदी ने केन्द्र में 10 साल पुरानी यूपीए सरकार और असम में 13 साल पुरानी कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि देश को 'मां-बेटे की सरकार' ने बरबाद किया, जबकि असम को 'बाप-बेटे की सरकार' ने.
मोदी ने बरपेटा से भाजपा के उम्मीदवार चंद्र मोहन पटवारी के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर देश को बचाना चाहते हैं तो आपको पहले मां-बेटे से खुद को बचाना होगा और अगर आप असम को बचाना चाहते हैं तो आपको पहले मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और उनके पुत्र गौरव की पिता-पुत्र की जोड़ी से बचाना होगा.'
...और याद आए अटल
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए दावा किया कि अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार ने अलग बजट के साथ आदिवासी विकास का एक अलग मंत्रालय गठित किया, जबकि सिक्किम के साथ पूर्वोत्तर जिसे हम अष्ठलक्ष्मी मानते हैं, डोनर नामक एक अलग मंत्रालय मिला.