पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर जारी विवाद के बीच ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) का एक 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार, 31 दिसंबर को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार से मुलाकात करेगा. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी करेंगे. बैठक बुधवार दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग के दफ्तर में होगी.
सूत्रों के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा में TMC के नेता अभिषेक बनर्जी के अलावा राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओ’ब्रायन भी शामिल होंगे. प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के सामने पश्चिम बंगाल में चल रही SIR प्रक्रिया से जुड़े कई मुद्दे और आपत्तियां रखेगा.
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TMC का कहना है कि SIR प्रक्रिया में कई "तार्किक विसंगतियां" हैं. पार्टी के अनुसार, बार-बार एक जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पार्टी का आरोप है कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम बिना पर्याप्त पारदर्शिता के चिन्हित किए गए या ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटा दिए गए.
सूत्रों का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के ऐप और सॉफ्टवेयर से जुड़े मुद्दों को भी उठाएगा. इसके साथ ही ECI की अधिकारी सीमा खन्ना की भूमिका पर भी सवाल रखे जाएंगे.
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शनिवार को अभिषेक बनर्जी ने चुनाव आयोग से यह भी मांग की कि वह स्पष्ट करे कि SIR के तहत ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटाए गए 58.2 लाख नामों में से कितने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर साफ आंकड़े सामने रखने चाहिए.
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस बीते कुछ समय से SIR प्रक्रिया को लेकर लगातार सवाल उठा रही है. इससे पहले 28 नवंबर को भी तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के पूर्ण पीठ से मिला था. उस दौरान पार्टी ने SIR के "काम के दबाव" के चलते बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) की मौत का आरोप लगाया था और CEC ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे.