बिहार चुनाव 2025 के मतदान में अब बस कुछ ही समय बचा हुआ है. उससे पहले राजनीतिक दल सारे दाव पेच चलने में लगे हुए हैं. तेजस्वी यादव की पार्टी RJD ने मोहनिया विधानसभा सीट पर एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाया है. इस सीट पर RJD की अपनी उम्मीदवार श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हो गया था. ऐसे में पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान को अपना समर्थन दे दिया है. इस घोषणा को सोशल मीडिया के जरिए आधिकारिक तौर पर जारी किया गया है. इससे पूरे क्षेत्र में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है.
रवि पासवान छेदी पासवान के बेटे हैं. छेदी पासवान यहां के बहुत बड़े नेता रहे हैं और उनका नाम दलित समाज में आज भी बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है. RJD का यह कदम इसी विरासत को जोड़ने की कोशिश लग रहा है. पार्टी चाहती है कि दलित वोटर उसके पक्ष में आएं.
विशेषज्ञों का मानना है कि RJD एक साथ दो मकसद पूरे करना चाह रही है. पहला, दलित वोटों को अपने पक्ष में लाना. दूसरा, जिन कार्यकर्ताओं को श्वेता सुमन के नामांकन रद्द होने से नाराजगी हुई थी, उन्हें शांत करना.
इस फैसले से चुनाव अब सीधा नहीं रहा है. यह त्रिकोणीय हो गया है. इससे बीजेपी के लिए भी चुनौती बढ़ गई है. बीजेपी अपने पारंपरिक समर्थकों को बचाने और सीट बचाए रखने के लिए पूरी ताकत लगा रही है.
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
यह भी पढ़ें: खेसारी लाल यादव का चुनाव लड़ना, तेजस्वी के लिए कितना फायदेमंद?
स्थानीय RJD कार्यकर्ता रवि पासवान के समर्थन में हैं. वे कहते हैं कि वह युवा, ऊर्जावान और जनता से जुड़े नेता हैं. वे अपने पिता की तरह विकास की राजनीति कर सकते हैं.
अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या RJD का यह फैसला मोहनिया में नए राजनीतिक समीकरण बना पाएगा. और क्या रवि पासवान अपने पिता की विरासत के साथ-साथ राजद के समर्थन से जीत हासिल कर पाएंगे.