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'सिर्फ अल्लाह की इबादत...', I Love Muhammad विवाद पर बोले ओवैसी, वक्फ एक्ट को लेकर भी बरसे

अपनी 'सीमांचल न्याय यात्रा' से पहले ओवैसी ने अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन करने के संकेत दिए हैं. उन्होंने बिहार की पिछली सरकारों पर सीमांचल की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम कुलियों की तरह इस बोझ को ज्यादा वक्त तक अपने कंधों पर नहीं ढो सकते और अब हमें युवाओं की निराशा की ओर ध्यान देना ही होगा.

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बिहार चुनाव से पहले ओवैसी की सीमांचल न्याय यात्रा (Photo: X/AIMIM)
बिहार चुनाव से पहले ओवैसी की सीमांचल न्याय यात्रा (Photo: X/AIMIM)

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले AIMIM के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी चार दिवसीय सीमांचल दौरे पर हैं. इस दौरान वह AIMIM प्रत्याशियों का प्रचार करेंगे और अन्य दलों के साथ गठबंधन को लेकर भी बातचीत होगी. उन्होंने अपनी 'सीमांचल न्याय यात्रा' के दौरान पिछली सरकारों पर सीमांचल की अनदेखी का आरोप लगाते हुए अपनी पार्टी के उम्मीदवा जीत दिलाने की अपील की है. 

'मस्जिदों को छीनने की कोशिश'

सीमांचल दौरे पर ओवैसी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार मुसलमानों की मस्जिदों और अन्य पवित्र स्थलों को छीनने के लिए वक्फ (संशोधन) अधिनियम लेकर आई है. किशनगंज जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वक्फ एक्ट किसी नेक इरादे से नहीं, बल्कि मस्जिदों, ईदगाहों और कब्रिस्तानों को छीनने के लिए लाए हैं. उन्हें यह एहसास नहीं है कि ये संपत्तियां अल्लाह की हैं, किसी और की नहीं.'

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उन्होंने कहा, 'अल्लाह की इच्छा रही तो मोदी अपने नापाक इरादों में कभी कामयाब नहीं होंगे. जब तक दुनिया रहेगी, मुसलमान अपनी मस्जिदों में नमाज़ पढ़ते रहेंगे. अल्लाह में आस्था रखने वालों की ओर से पवित्र माने जाने वाले स्थान बीजेपी-आरएसएस के हाथों में नहीं पड़ेंगे.' उन्होंने बुधवार से अपनी 'सीमांचल न्याय यात्रा' की शुरुआत की. इस तीन दिवसीय यात्रा का मकसद विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में अपनी पार्टी की संभावनाओं को बढ़ाना है.

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'कुली बनकर अब बोझ नहीं ढोना'

ओवैसी ने बिहार में आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों जैसे विपक्षी दलों पर तंज करते हुए कहा, 'आजादी के बाद से देश के मुसलमान एक ऐसी पार्टी का समर्थन करते रहे हैं जो धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करती है.' उन्होंने कहा, 'लंबे समय से बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के नाम पर हमसे वोट मांगे जा रहे हैं. लेकिन अब समय आ गया है कि हम यह समझें कि हम इस बोझ को अनिश्चितकाल तक कुलियों की तरह अपने कंधों पर नहीं ढो सकते.'

उन्होंने कहा, 'हमें अपने युवाओं में महसूस की जा रही निराशा पर ध्यान देना होगा. हमें वह करना होगा जो हमारी भलाई के लिए जरूरी है. हम अब कुछ दलों को सत्ता की मौज दिलाने के लिए अपनी आकांक्षाओं का त्याग नहीं करेंगे.' उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' विवाद पर भी खुलकर अपना पक्ष रखा है.

'सिर्फ अल्लाह की इबादत और प्यार'

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'यह कानपुर से शुरू हुआ, शायद ADGP ने कहा कि कोई नया पोस्टर नहीं चिपकाया जा सकता. फिर हमने सोशल मीडिया पर कहा कि हम मोहम्मद से प्यार करते हैं, हर मुसलमान मोहम्मद से प्यार करता है. अगर हम मुसलमान हैं और मोहम्मद को जानते हैं, तो उन्होंने सिखाया है कि सिर्फ अल्लाह की ही इबादत करनी चाहिए और प्यार करना चाहिए.'

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उन्होंने कहा, 'यह हमारे विश्वास का एक हिस्सा है. अनुच्छेद 25 धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की बात करता है. संविधान हमें मौलिक अधिकार देता है. आप इसे कैसे छीन सकते हैं? यह गलत है.'

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