बिहार के भोजपुरी सुपरस्टार शत्रुघ्न यादव उर्फ खेसारी लाल यादव, छपरा सदर सीट से आरजेडी के उम्मीदवार हैं. 17 अक्टूबर को नामांकन के बाद से ही इलाके में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं. प्रतिदिन सुबह से देर रात तक उनका जनसंपर्क अभियान चल रहा है. इस अभियान के दौरान खेसारी लाल की आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत हुई. खेसारी लाल ने राजनीति, अपराध, विरोधी बयानों और छठ पर्व को लेकर अपने विचार साझा किए.
खेसारी लाल ने बिहार में अपराध की स्थिति के लिए रोजगार की कमी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, "यहां अपराध तो चरम सीमा पर है." उन्होंने राय दी कि सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. उनका मानना है कि अगर लोग व्यस्त रहेंगे, तो न कोई फालतू सोचेगा, न बोलेगा, न ही अपने परिवार से दूर जाएगा. उन्होंने जोर दिया कि जब समय और जगह बदलती है, तो हर कोई जगह बदलना चाहता है.
कम उम्र में मैथिली ठाकुर के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर खेसारी लाल ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि अनुभव को कम उम्र से नहीं आंका जा सकता है. उन्होंने मैथिली को बहुत अच्छी गायिका और मर्यादित बताया. पार्टी लाइन से हटकर खेसारी लाल ने मैथिली के जीत जाने की शुभकामना दी. उन्होंने इच्छा जताई कि मैथिली विधानसभा में जाएं.
NDA के 175 सीट जीतने के दावे पर सवाल...
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के NDA के 175 सीट जीतने के दावे पर खेसारी लाल ने कहा, "चुनाव आते-आते 175 से भी नीचे आ जाएंगे. वोटिंग मतदाताओं का अधिकार है और NDA को इतना भविष्यवाणी नहीं करनी चाहिए. जनता को अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचकर मतदान करने देना चाहिए. NDA कभी भी मुद्दे की बात नहीं करती है और हमेशा दुनिया को अलग दिशा में ले जाती है."
खेसारी लाल ने अपने बैकग्राउंड पर बात करते हुए कहा, "मैं गरीबी से निकल कर आया हूं, मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, इसलिए मैं जमीन पर हूं." आज मेरा स्टारडम आसमान पर जरूर है, लेकिन मैं रहता धरती पर हूं. लोग पीछे मुड़कर नहीं देखने की बात करते हैं, लेकिन उनका पीछे मुड़कर देखना ही उन्हें जमीन से जोड़े रखता है.
वक्फ बिल पर डिप्लोमैटिक जवाब...
तेजस्वी द्वारा वक्फ बिल को सरकार बनते ही फाड़कर फेंकने की बात पर खेसारी लाल ने डिप्लोमैटिक तरीके से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जितना राजनीति वे लोग जानते हैं, मैं उतना राजनीति नहीं जानता हूं. उन्होंने स्वीकार किया कि वह अभी नेता बने नहीं हैं और चुनाव जीतकर सदन में पहुँचने के बाद ही इस विषय में उन्हें जानकारी होगी.
खेसारी लाल ने राजनीति को बिजनेस नहीं, बल्कि एक आस्था की तरह बताया. उन्होंने कहा कि EVM में उनका नाम 2 नंबर पर है, और उनका दूसरा नाम शत्रुघ्न है. उन्होंने छपरा की जनता पर फैसला छोड़ दिया कि उन्हें खेसारी चाहिए या नहीं चाहिए. उनकी इच्छा है कि दुनिया उन्हें शत्रुघ्न यादव के नाम से भी जाने.
सह कलाकार अक्षरा सिंह के बयान पर कि खेसारी उन्हें पब्लिक मंच से बेइज्जत करते रहते हैं और प्रचार में जाने का सवाल नहीं है. खेसारी लाल ने कहा कि उन्हें बुलाने और नहीं बुलाने का कोई विषय ही नहीं है. उन्होंने अक्षरा को बेहतर कलाकार और भोजपुरी की शान बताया. उन्होंने कहा कि उनके लिए रिश्ते बड़े मायने रखते हैं, इसलिए उनके शब्द छोटे पड़ जाते हैं.
यह भी पढ़ें: बिहार में बागियों पर बीजेपी का एक्शन, 4 नेता पार्टी से निकाले गए
'स्टारडम का नुकसान...'
छठ पर्व पर पत्नी के साथ मौजूद न रहने पर खेसारी लाल ने कहा कि छठी मैया की बहुत कृपा रही है. उन्होंने छपरा की जनता से माफी मांगी कि बच्चों के प्यार और भीड़ में किसी व्रती के लिए कोई अव्यवस्था न हो जाए, इसलिए उन्होंने घाट पर नहीं जाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि इस स्टारडम का यही नुकसान है.
चुनाव जीतने के बाद लोगों की समस्या कैसे सुनेंगे, इस सवाल पर खेसारी लाल ने कहा कि उन्हें लोगों की समस्या सुननी है, न कि किसी के घर जाकर विकास करना है. उन्होंने साफ कहा कि विकास के लिए लोग हैं, और हर चीज के लिए उन्हें जाना जरूरी नहीं है, क्योंकि विधायक स्कूल का ईंट नहीं जोड़ेगा, उसके लिए लोग हैं.
खेसारी लाल ने चुनाव नतीजों पर बात करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता कि क्या होगा, मैं हवा में बात नहीं करता. यह जनता का मत है, जनता को फैसला लेना है कि वह किसको ताज पहना रही है और किसको नहीं. मुझे न हारने का डर है, न जीत जाने की खुशी."
प्रशांत किशोर की तारीफ...
सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली प्रशांत किशोर की जनसुराज के बारे में खेसारी लाल ने जमकर तारीफ की. उन्होंने प्रशांत किशोर को बहुत अच्छे इंसान और बहुत अच्छा विजन वाला बताया. उन्होंने कहा कि वह प्रशांत किशोर से बहुत प्रभावित होते हैं और प्यार करते हैं. बिहार उनको इतना जल्दी नहीं समझेगा, धीरे-धीरे समझेगा.