गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सारण जिले के तरैया मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सारण जिलाध्यक्ष बृजमोहन प्रसाद सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और लोकनायक जयप्रकाश नारायण, भिखारी ठाकुर को भी नमन किया. उन्होंने सात बार के सांसद राजीव प्रताप रुडी के एक सवाल का जिक्र करते हुए यह भी बताया कि सारण आज ही क्यों आ गए.
गृह मंत्री शाह ने कहा कि मंच पर रुडी जी मुझसे पूछ रहे थे कि हम तो सीधा नॉमिनेशन से आ रहे हैं. आप आज ही क्यों आ गए. मैंने कहा कि जिस प्रचार की शुरुआत सारण से होती है, उसमें विजय ही विजय आगे मिलती है. उन्होंने कहा कि अगर लालू के जंगल राज के खिलाफ लड़ने का संकल्प लेना हो, पूरे बिहार के युवाओं को 20 साल पहले लालू-राबड़ी ने किस प्रकार से रखा था बिहार को, वह याद कराना हो तो छपरा सारण की भूमि से ऊंची जगह पूरे बिहार में और कोई नहीं.
अमित शाह ने कहा कि एनडीए और नीतीश कुमार की जो लड़ाई है, वह उस वक्त भी लालू के जंगलराज के खिलाफ थी और आज भी जंगलराज के विचार के खिलाफ है. उन्होंने दावा किया कि एनडीए बिहार में 20 साल में सबसे ज्यादा बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा है. अमित शाह ने कहा कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ रहे हैं और देशभर में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनडीए का नेतृत्व कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस बार बिहार वालों को चार-चार दीपावली बनाने का मौका मिल रहा है. गृह मंत्री शाह ने कहा कि एक दिवाली भगवान राम के वनवास से लौटने वाली आप कुछ दिन में मनाएंगे. दूसरी दिवाली छठ मैया की पूजा के समय अकाउंट खाली न रहे, इसकी चिंता हमने की है. जीविका दीदियों के खाते में 10-10 हजार रुपये भिजवा दिए गए हैं. उन्होंने जीएसटी स्लैब में बदलाव को तीसरी दिवाली बताया और कहा कि चौथी दिवाली जब लालू-राहुल एंड कंपनी का सूपड़ा साफ हो जाएगा, तब मनाई जाएगी.
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अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि पहलगाम में अपने पर्यटकों को मारने वाले आतंकियों का पाकिस्तान में घुसकर सफाया करने का काम नरेंद्र मोदी ने किया. उन्होंने राम मंदिर निर्माण का भी उल्लेख किया और कहा कि बिहार में भी पुनौरा धाम में मां सीता का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करके हमेशा के लिए भारत में जोड़ने का काम किया. अमित शाह ने कहा कि लालू-कांग्रेस के राज में आतंकी खून की होली खेलते थे.
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उन्होंने एनडीए सरकार में हुए काम गिनाए और शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट देने के मसले पर भी आरजेडी को घेरा. अमित शाह ने कहा कि ऐसे लोगों को टिकट देकर क्या बिहार सुरक्षित रह सकता है? उन्होंने कहा कि ये जो विकास की बयार आई है अगर ग़लती से एक भी सीट आरेजेडी को गई, तो जंगलराज आ जाएगा. लालू प्रसाद-राहुल एंड कंपनी विकास दे सक्ती है क्या? अमित शाह ने सारण की सभी 10 सीटों पर एनडीए को जिताने की अपील की.
सारण से ही लालू ने लड़ा था पहला चुनाव
आरजेडी के संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने अपने सियासी जीवन का पहला चुनाव सारण जिले से ही किया था. लालू यादव साल 1977 में छपरा (अब सारण) लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे. तब लालू जनता पार्टी के उम्मीदवार थे. इमरजेंसी विरोधी लहर में लालू ने कांग्रेस उम्मीदवार को शिकस्त भी दी थी. तब वह 29 साल के थे.