| Gender | M |
| Age | 40 |
| State | BIHAR |
| Constituency | JEHANABAD |
सिद्धनाथ कुमार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में केएसएस उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. उनकी उम्र 40 साल है और उनकी शैक्षिक योग्यता Post Graduate है. उन पर दर्ज केसों की संख्या (0) है. उनकी कुल संपत्ति 1.3Crore रुपये है, जबकि उन पर 13Lac रुपये की देनदारी है.
Serious IPC Counts
Education
Cases
self profession
| Property details | 2025 |
|---|---|
| Total Assets | 1.3Crore |
| Movable Assets | 4.6Lac |
| Immovable Assets | 1.3Crore |
| Liabilities | 13Lac |
| Self Income | 5Lac |
| Total Income | 5Lac |
बिहार विधानसभा चुनाव की गूंज यूपी की सियासी जमीन पर भी सुनाई पड़ रही है. इसकी वजह यह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार में एनडीए को जिताने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महागठबंधन के लिए पूरी ताकत झोंक दी. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का यूपी कनेक्शन क्या है?
इंडिया टुडे ने चुनाव आयोग के डेटा की गहराई से जांच की और पाया कि SIR और चुनाव नतीजों के बीच कोई सीधा या समझ में आने वाला पैटर्न दिखता ही नहीं. हर बार जब एक ट्रेंड बनता लगता है, तुरंत ही एक दूसरा आंकड़ा उसे तोड़ देता है. बिहार चुनाव में NDA ने 83% सीटें जीतीं, पर SIR से जुड़े नतीजे अलग कहानी कहते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में एक दिलचस्प पैटर्न सामने आया है. जहां सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से जीती गई पांचों सीटें NDA के खाते में गईं, वहीं बेहद कम मार्जिन वाली सीटों पर अलग-अलग दलों की जीत दर्ज हुई. चुनावी आंकड़े बताते हैं कि भारी अंतर वाली सीटों पर NDA का दबदबा स्पष्ट दिखा जबकि कम अंतर वाली सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी रहा.
jamui result shreyasi singh: जमुई विधानसभा सीट से दूसरी बार श्रेयसी ने राजद के मोहम्मद शमसाद आलम को 54 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं.
बिहार चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन बुरी तरह फ्लॉप रहा और RJD-कांग्रेस गठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया. इसकी बड़ी वजहें थीं- साथी दलों के बीच लगातार झगड़ा और भरोसे की कमी, तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने का विवादास्पद फैसला, राहुल-तेजस्वी की कमजोर ट्यूनिंग और गांधी परिवार का फीका कैंपेन.
बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच, आज तक की टीम ने रोहतास, कैमूर, गया और जहानाबाद समेत कई जिलों का दौरा कर जनता का मन टटोला, जहां नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और प्रशांत किशोर की रणनीतियों पर सबकी नजर है.
आज तक की खास पेशकश 'पदयात्रा बिहार' में श्वेता सिंह जहानाबाद और अरवल पहुंचीं, जहां उन्होंने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के शासन पर जनता की राय ली. इस क्षेत्र में जहां लोग नीतीश सरकार में बेहतर कानून-व्यवस्था और विकास की बात करते हैं, वहीं भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है.
अरुण कुमार अपने विवादित बयानों के लिए भी जाने जाते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री पर उनकी एक टिप्पणी की सूबे की सियासत में अक्सर चर्चा होती है, जब उन्होंने नीतीश कुमार की 'छाती तोड़ने' की बात कही थी.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव चुनावी मौसम में एक और यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हैं. तेजस्वी यादव 16 सितंबर को जहानाबाद से बिहार अधिकार यात्रा पर निकलेंगे.
तेजस्वी यादव ने 'बिहार अधिकार यात्रा' का फैसला किया है. यह यात्रा 16 सितंबर से जहानाबाद से शुरू होगी. पांच दिनों में तेजस्वी यादव इस यात्रा के जरिए बिहार के 10 जिलों का दौरा करेंगे. यात्रा का समापन 20 सितंबर को वैशाली में किया जाएगा. इस यात्रा का नाम 'बिहार अधिकार यात्रा' दिया गया है. इससे पहले राहुल गांधी की 'बोट यात्रा' निकली थी.