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NEET Paper Leak Case: सीबीआई की रिमांड में आया पेपर लीक का 'मुखिया', अब खुलेंगे राज?

NEET paper leak Case: नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. EOU ने गिरफ्तारी के बाद मुखिया से 36 घंटे की रिमांड पर पूछताछ की थी, अब सीबीआई पूछताछ के लिए चार दिन की रिमांड मिली है.

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सीबीआई को NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की 4 दिन की रिमांड मिली
सीबीआई को NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की 4 दिन की रिमांड मिली

NEET UG 2024 पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को पटना की सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड पर भेजा है. सीबीआई ने 7 दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने गुरुवार 1 मई 2025 को केवल 4 दिन की मंजूरी दी. अब सीबीआई संजीव मुखिया से इस मामले में पूछताछ करेगी.

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संजीव मुखिया की गिरफ्तारी
संजीव मुखिया को पिछले हफ्ते, 25 अप्रैल 2025 को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने पटना के दानापुर इलाके से गिरफ्तार किया था. EOU ने मुखिया को सगुना मोड़ के पास एक अपार्टमेंट से पकड़ा था. EOU ने गिरफ्तारी के बाद मुखिया से 36 घंटे की रिमांड पर पूछताछ की थी, अब सीबीआई पूछताछ के लिए चार दिन की रिमांड मिली है.

पेपर लीक का मास्टरमाइंड है संजीव मुखिया
संजीव मुखिया को नीट-यूजी 2024 पेपर लीक का मास्टरमाइंड है. वह नालंदा का रहने वाला है और नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद से निलंबित है. संजीव मुखिया पर पहले भी बीपीएससी शिक्षक भर्ती और बिहार कांस्टेबल भर्ती जैसे कई पेपर लीक मामलों में शामिल होने का आरोप है. उसने कथित तौर पर नीट पेपर लीक के लिए छात्रों से 40 लाख रुपये तक वसूले थे. उसकी पत्नी ममता देवी को राजनीति में स्थापित करने के लिए उसने यह रैकेट चलाया था.

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सीबीआई की जांच
EOU ने इस मामले को जून 2024 में सीबीआई को सौंप दिया था. सीबीआई ने अब तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया है और 5 चार्जशीट दाखिल की हैं. मुखिया के भतीजे रॉकी उर्फ राकेश रंजन को भी पिछले साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई अब मुखिया से पूछताछ कर इस रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा करने की कोशिश करेगी, जो बिहार, यूपी, हरियाणा और राजस्थान तक फैला है.

बिहार पुलिस ने घोषित किया था इनाम
हाल ही में बिहार पुलिस मुख्यालय ने संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. यह इनाम 10 अप्रैल 2025 को घोषित किया गया था, जिसमें पुलिस और आम लोगों से उसकी जानकारी देने की अपील की गई थी. संजीव मुखिया पर नीट पेपर लीक के अलावा बिहार में शिक्षक भर्ती और कांस्टेबल भर्ती परीक्षा जैसे कई पेपर लीक मामलों में शामिल होने का आरोप है.

कैसे हुई संजीव मुखिया की गिरफ्तारी?
EOU को 11 महीन से फरार संजीव मुखिया की गुप्त सूचना मिली थी कि वह दानापुर थाना क्षेत्र के सगुना मोड़ स्थित एक अपार्टमेंट में आने वाला है. इस सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी की योजना बनाई. 25 अप्रैल की रात को ऑपरेशन चलाया और संजीव मुखिया को धर दबोचा. इस कार्रवाई में दानापुर पुलिस की मदद से इलाके को घेर लिया गया था, ताकि वह भाग न सके.

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