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CAT 2022 Topper: फेल होने के डर से नहीं देखा रिजल्ट, टॉपर बनने पर ऐसा था रिएक्शन

CAT Topper 2022: गुजरात के भरूच कस्बे के मध्यमवर्गीय परिवार के अभय गोयल ने कैट में 100 पर्सेंटाइल पाकर नाम कमाया है. वो एक प्राइवेट कंपनी में जॉब के साथ ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये तैयारी कर रहे थे. रिजल्ट के दिन उन्हें डर था कि कहीं कम नंबर या फेल न हो जाऊं, इसलिए अपना पर‍िणाम नहीं देखा. अगले दिन 100 पर्सेंटाइल देखकर चौंक गए. पढ़‍िए- अभय गोयल के बारे में.

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पेरेंट्स के साथ अभय गोयल (Photo: Special Permission)
पेरेंट्स के साथ अभय गोयल (Photo: Special Permission)

भरूच के अभय गोयल ने पहली बार कैट 2022 एग्जाम दिया था. इस परीक्षा में उन्होंने 100 परसेंटाइल प्राप्त किया है. रिजल्ट में इतने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ ही वो गुजरात से एक मात्र अभ्यर्थी हैं जिन्हें 100 परसेंटाइल मिला है. इस परीक्षा में पूरे भारत में सिर्फ 11 अभ्यर्थ‍ियों का 100 पर्सेंटाइल आया है. 

अभय गोयल के पिता पुष्पेंद्र गोयल ने aajtak.in से बातचीत में कहा कि हम बेहद खुश हैं और परिवार इस उपलब्धि को लेकर उत्साहित है. हमारी ख्वाहिश है कि अभय भविष्य में सफलता की और ऊंचाईयां छुए. बता दें कि अभय ने भरूच से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है. वो बचपन से पढ़ाई में मेधावी छात्र रहे हैं. 12वीं के बाद अभय ने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वर्तमान में वो बंगलुरु की एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं. इस जॉब में उनका 12 लाख रुपये सालाना से ज्यादा का सैलरी पैकेज है. 

परिवार की अकेली संतान हैं अभय 

अपने पेरेंट्स की अकेली संतान अभय को घर पर काफी लाड़-प्यार मिला, लेकिन कभी भी पढ़ाई में अभय ने हीलाहवाली नहीं की. आईआईटी मुंबई से पढ़ाई के बाद नौकरी कर रहे अभय अपने करियर को नया मुकाम देना चाहते थे. अभय ने कहा कि मैं देश के टॉप आईआईएम से मैनेजमेंट की पढ़ाई करना चाहता था. इसके लिए कोचिंग करके कैट की तैयारी करनी होती है, लेकिन मेरे सामने इसका विकल्प नहीं था. इसलिए अभय ने ऑनलाइन माध्यम से तैयारी की और पहली बार कैट परीक्षा में भाग लिया. 

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फेल होने का डर था... 

अभय बताते हैं कि मैंने तैयारी तो पूरे मन से की थी लेकिन फिर भी रिजल्ट को लेकर इतना आत्मविश्वास नहीं था. मैंने पहले दिन इसीलिए रिजल्ट नहीं देखा था. मुझे डर था कि कहीं फेल या बहुत कम पर्सेंटाइल न हो. इसलिए अगले दिन हिम्मत जुटाकर रिजल्ट देखा तो मैं चौंक गया. मेरा 100 पर्सेंटाइल रिजल्ट था. मैंने सबसे पहले मां को बताया फिर पापा को, मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था. ऐसा लगा कि कहीं सपना तो नहीं देख रहा, फिर कुछ देर में लगा कि मेरा सपना सच हो गया है. वो कहते हैं कि आईआईएम अहमदाबाद या बैंगलोर लोगों का ड्रीम होता है. अब इंटरव्यू, जीडी और रिटन एबिलिटी टेस्ट के बाद मैं किसी अच्छे संस्थान से एमबीए करूंगा. 

फिनांश‍ियल डेटा एनालिटिक्स में बनाएंगे करियर

अभय आगे फिनांश‍ियल डेटा एनालिटिक में जाना चाहते हैं. अभी वो प्राइवेट कंपनी में डेटा साइंटिस्ट का काम कर रहे हैं. एमबीए एक बेहतरीन करियर विकल्प है और ग्रोथ की कोई सीमा नहीं है. इसमें लॉग मार्केटिंग, ऑपरेशंस, फाइनेंस में किसी भी कंपनी में काम कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जॉब के साथ तैयारी में समय निकालना काफी मुश्किल होता था. इसलिए मैंने ऑनलाइन मोड में सतीश सर की मेंटरशिप में TIME कोचिंग से पढ़ाई की. क्लासेस के साथ साथ टाइम की मॉक एक्जाम काफी अच्छी होती है. टाइम गुजरात के डायरेक्ट सतीश कुमार खुद आईआईएम कोलकाता के एलुमनी हैं. सतीश कुमार ने कहा कि अभय की सफलता पूरे गुजरात के लिए गर्व की बात है. 

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