
पाकिस्तान ने गुरुवार की रात उकसावे वाली कार्रवाई करते हुए सीमा से सटे भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की है, जिसका भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया है. भारत का एयर डिफेंस सिस्टम पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन्स पर कहर बनकर टूटा और पड़ोसी देश के हर हमले को नाकाम कर दिया गया. अब खुफिया सूत्रों से पाकिस्तान की ओर से हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों की लिस्ट सामने आई है.
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जिन हथियारों का इस्तेमाल किया है, उनमें DJI मिलिट्री वर्जन ड्रोन, PL-15 AAM मिसाइलें शामिल हैं. इसके अलावा सतह से हवा में मारने वाले HQ-9 एयर डिफेंस का इस्तेमाल किया गया है. पाकिस्तान ने JF-17, F-16 और J-10C फाइटर जेट्स से भी भारत पर हमले की कोशिश की है. हालांकि भारत की ओर से CUAS, पेचोरा, SAMAR और AD गन का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की हर कोशिश को बेदम कर दिया गया है.
JF-17 फाइटर जेट
पाकिस्तान ने चीन से खरीदे हुए JF-17 फाइटर जेट से भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. इसके बाद भारती ने जवाब कार्रवाई करते हुए दो JF-17 जेट मार गिराए हैं. जेएफ-17 को लाइट वेट, फोर्थ जेनरेशन का मल्टीपर यूज फाइटर जेट कहा जाता है. JF-17 को पाकिस्तानी एयरफोर्स के तीसरी पीढ़ी के विमानों के पुराने बेड़े को बदलने के लिए डिज़ाइन और विकसित किया गया था.पाकिस्तान दावा कर चुका है कि JF-17 में कई तरह के हथियार तैनात किए जा सकते हैं. इस जेट में हवा से हवा, हवा से जमीन पर टारगेट करने की क्षमता है.

F-16 लड़ाकू विमान
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान का एक F-16 फाइटर जेट भी मार गिराया है. F-16 का फ्लाई बाय वायर सिस्टम सबसे बड़ी ताकत है. आमतौर पर किसी भी जेट में पायलट का कंट्रोल स्टिक डायरेक्ट विमान के पुर्जों से जुड़ा होता है, लेकिन F-16 में पायलट का कंट्रोल एक कंप्यूटर से जुड़ा होता है, जो हर कमांड को इलेक्ट्रॉनिक रूप में सरफेस तक पहुंचाता है. इस विमान की स्थिरता और मूवमेंट काफी बेहतर होता है. इसमें पायलट के लिए एक खास इजेक्शन सीट भी होती है, जो 30 डिग्री तक झुकी रहती है. यह झुकाव पायलट पर पड़ने वाले G-force के असर को कम करता है, जिससे वह ज्यादा देर तक सुरक्षित उड़ान भर सकता है.
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F-16 को दुनिया का सबसे भरोसेमंद और सुरक्षित फाइटर जेट माना जाता है. इसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. अमेरिका ने 1973 में इसका प्रोडक्शन शुरू किया था. दिसंबर 1976 में इसने पहली उड़ान भरी थी. हालांकि, इसकी पहले ऑपरेशनल उड़ान जनवरी 1979 में हुई थी. लॉकहीड मार्टिन के मुताबिक दुनियाभर में 25 से ज्यादा देशों के पास F-16 विमान हैं और पाकिस्तान के पास भी F-16 हैं.
J-10C फाइटर जेट
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ J-10C फाइटर जेट का भी इस्तेमाल किया है और इस जेट में ही चीन निर्मित PL-15 मिसाइल फिट की गई थी. ऐसा पहली बार है जब जंग के माहौल में पाकिस्तान ने इस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है. चीनी वायुसेना साल 2003 से J-10 विमानों का इस्तेमाल कर रही है. पाकिस्तान ने भी चीन से 36 जे-10 सी विमान खरीदे थे. चीन का दावा है कि J-10C विमान 4.5 जनरेशन का फाइटर जेट है.
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PL-15 मिसाइल
पाकिस्तान की PL-15 मिसाइल में दो रॉकेट मोटर लगी होती हैं जिससे इसकी रेंज 200 किमी तक पहुंच जाती है. इस मिसाइल में डुअल डेटालिंक है जो मिसाइल को दागने के बाद भी उसे रास्ते में अपडेट करता रहता है और यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है. मिसाइल के जरिए भी पायलट को उसकी जानकारी मिलती रहती है. चीन निर्मित इस मिसाइल की ताकत को देखते हुए अमेरिका भी हवा में मार करने वाली इसी तरह की मिसाइल बनाने में लगा हुआ है.
हत्फ मिसाइल
पाकिस्तान की अब्दाली मिसाइल, जिसे हत्फ-2 के नाम से भी जाना जाता है, को भी इस हमले में इस्तेमाल किया गया है. हत्व पाकिस्तान की ओर बनाई गई बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसका हाल में टेस्ट करने का दावा भी किया गया है. यह मिसाइल सतह से सतह तक मार करने की क्षमता रखती है और पाकिस्तान का दावा है कि यह 400 किमी से भी ज्यादा दूरी तक टारगेट कर सकती है.
HQ-9 एयर डिफेंस
हमले में इस्तेमाल की गई HQ-9 को चीन ने तैयार किया है और यह सतह से हवा में मार करने की क्षमता रखती है. पाकिस्तान ने अपने एयर डिफेंस को मजबूत करने के मकसद से इसे खरीदा है. इसका रडार सिस्टम 300 किमी तक दूरी के टारगेट को ट्रैक कर सकता है और फाइटर जेट्स से लेकर ड्रोन और मिसाइलों को निशाना बनाया सकता है.