scorecardresearch
 

भारतीय 'आकाश' की रेंज में आते ही नष्ट हुई PAK की फतेह मिसाइल

9 मई 2025 को पाकिस्तान द्वारा दागी गई फतेह-1 मिसाइल को भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने हवा में ही नष्ट कर दिया, जिसने भारत की सैन्य ताकत और तकनीकी श्रेष्ठता को विश्व मंच पर प्रदर्शित किया. यह घटना भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और रक्षा क्षमता को मजबूत करती है.

Advertisement
X
फतेह-1 पाकिस्तान द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एक प्रेसिजन-गाइडेड, छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) है. (फाइल फोटोः AFP)
फतेह-1 पाकिस्तान द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एक प्रेसिजन-गाइडेड, छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) है. (फाइल फोटोः AFP)

पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी क्षेत्र में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए फतेह-1 (Fatah-1) प्रेसिजन-गाइडेड मिसाइल दागी. यह हमला ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले के जवाब में किया गया.

Advertisement

भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों विशेष रूप से S-400 त्रिउम्फ, एकीकृत काउंटर-अनमैन्ड एरियल सिस्टम (UAS) ग्रिड और आकाश मिसाइल प्रणाली ने फतेह-1 मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया. 

घटना का विवरण

7 मई 2025 को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर-1 के तहत जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों को नष्ट किया. यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे के जवाब में थी.

यह भी पढ़ें: क्या है पाक की नेशनल कमांड अथॉरिटी, जो करती है एटमी हथियारों पर कंट्रोल...पीएम शहबाज ने बुलाई बैठक

इसके जवाब में पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को भारत के 15 शहरों—अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज—में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की. भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को नाकाम कर दिया.

Advertisement

9 मई को पाकिस्तान ने अपनी फतेह-1 मिसाइल का उपयोग कर भारत के पश्चिमी क्षेत्र, विशेष रूप से राजस्थान और पंजाब के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने इस मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ.

फतेह-1 मिसाइल: विशेषताएं और क्षमताएं

फतेह-1 पाकिस्तान द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एक प्रेसिजन-गाइडेड, छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) है. इसे 2021 में पहली बार परीक्षण किया गया था. इसे पाकिस्तानी सेना की सतह-से-सतह हमले की क्षमता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

यह भी पढ़ें: India-Pakistan Weapons: पाकिस्तान की 8 फुलझड़ियां बनाम भारत के 5 बाहुबली हथियार

Fatah-1 Missile, akash air defence system

विशेषताएं

  • रेंज: 250-300 किलोमीटर
  • पेलोड: 500 किलोग्राम (पारंपरिक या उच्च-विस्फोटक वॉरहेड)
  • मार्गदर्शन: इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (INS) और GPS-आधारित मार्गदर्शन, जो उच्च सटीकता प्रदान करता है.
  • लक्ष्य: सैन्य ठिकाने, बुनियादी ढांचे और रणनीतिक सुविधाएं
  • लॉन्च प्लेटफॉर्म: मोबाइल लॉन्चर, जो इसे गतिशीलता और आश्चर्यजनक हमले की क्षमता देता है.

उपयोग: पाकिस्तान ने फतेह-1 को भारत के खिलाफ अपनी रणनीतिक हथियार प्रणाली के हिस्से के रूप में तैनात किया है. इसका उपयोग सटीक हमलों के लिए किया जाता है, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में. पाकिस्तान ने फतेह-1 का उपयोग भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणालियों ने इसे पूरी तरह निष्प्रभावी कर दिया.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 50 हजार जवान, 65 यूनिट, 6 बटालियन... आर्मी चीफ को मिली इस स्पेशल सेना को बुलाने की पावर

भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों की भूमिका

भारत की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणालियों ने फतेह-1 मिसाइल को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें शामिल हैं

1. S-400 (सुदर्शन चक्र)

रूस निर्मित S-400 विश्व की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल प्रणालियों में से एक है. भारत ने 2018 में 5.43 बिलियन डॉलर के सौदे में पांच स्क्वाड्रन खरीदे.

विशेषताएं

  • रेंज: 400 किमी (इंटरसेप्शन), 600 किमी (ट्रैकिंग)
  • लक्ष्य: बैलिस्टिक मिसाइलें, फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज मिसाइलें.
  • क्षमता: 300 लक्ष्यों को ट्रैक और 36 को एक साथ नष्ट करने की क्षमता.
  • योगदान: S-400 ने पठानकोट और राजस्थान में तैनात होकर फतेह-1 मिसाइल को नष्ट किया. इसकी लंबी रेंज और मल्टी-टारगेट ट्रैकिंग ने इसे प्रभावी बनाया.

यह भी पढ़ें: पाक के खिलाफ नेवी का पश्चिमी बेड़ा एक्टिव, INS Vikrant का कराची पर कहर

2. एकीकृत काउंटर-UAS ग्रिड

यह एक उन्नत रक्षा नेटवर्क है, जो ड्रोन और मिसाइल खतरों को निष्प्रभावी करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

विशेषताएं

  • तकनीक: रडार, RF सेंसर, ऑप्टिकल कैमरे और सिग्नल जैमिंग.
  • क्षमता: 1,800 किमी हवाई क्षेत्र में कई खतरों को ट्रैक और नष्ट करने की क्षमता.
  • योगदान: इस ग्रिड ने फतेह-1 के साथ आए ड्रोन स्वार्म्स को निष्प्रभावी किया, जिससे मिसाइल का प्रभाव कम हुआ.

3. आकाश मिसाइल प्रणाली

Advertisement

DRDO द्वारा विकसित आकाश एक स्वदेशी मध्यम दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल है.

विशेषताएं

  • रेंज: 45-70 किमी (आकाश-NG)
  • लक्ष्य: फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज मिसाइलें
  • क्षमता: 100% इंटरसेप्शन दर, इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटरमेजर्स (ECCM)
  • योगदान: आकाश ने पंजाब और जम्मू-कश्मीर में तैनात होकर फतेह-1 के साथ अन्य मिसाइलों को नष्ट करने में सहायता की.

4. DRDO की एंटी-ड्रोन तकनीकें

DRDO की D4 काउंटर-ड्रोन सिस्टम और मैन पोर्टेबल काउंटर ड्रोन सिस्टम (MPCDS) ने ड्रोन खतरों को निष्प्रभावी किया.

विशेषताएं

  • D4: रीयल-टाइम ट्रैकिंग, सॉफ्ट/हार्ड किल.
  • MPCDS: जैमिंग और ड्रोन अक्षम करने की क्षमता, 2024 में तैनात.
  • योगदान: इन प्रणालियों ने फतेह-1 के साथ आए DJI सैन्य ड्रोन को निष्प्रभावी किया.

भारतीय जवाबी कार्रवाई

पाकिस्तान के हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 8 मई को लाहौर में पाकिस्तान की HQ-9 वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया. यह हमला इज़राइल निर्मित HARPY कामिकेज़ ड्रोन का उपयोग करके किया गया. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह जवाब “उसी डोमेन में और उसी तीव्रता के साथ” था.

भारतीय सेना ने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई नागरिक हताहत न हो. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सर्वदलीय ब्रीफिंग में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर “जारी है” और पाकिस्तान की किसी भी आक्रामकता का जवाब दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: INS विक्रांत, आकाश, S400, शिल्का, L70... आज की रात के ये रहे इंडियन हीरो, पाकिस्तान को ला दिया घुटनों पर

Advertisement

सामरिक और रणनीतिक प्रभाव

भारतीय वायु रक्षा की प्रभावशीलता: S-400, आकाश, और काउंटर-UAS ग्रिड ने फतेह-1 को नष्ट कर भारत की बहुस्तरीय रक्षा क्षमता को प्रदर्शित किया. यह भारतीय प्रणालियों की तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाता है.

पाकिस्तानी रणनीति की विफलता: फतेह-1 की विफलता ने पाकिस्तान की मिसाइल तकनीक की सीमाओं को उजागर किया. यह चीनी और स्वदेशी तकनीकों पर निर्भरता पर सवाल उठाता है.

मनोवैज्ञानिक प्रभाव: इस सफल इंटरसेप्शन ने भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाया और पाकिस्तानी सेना के आत्मविश्वास को कमजोर किया.

Live TV

Advertisement
Advertisement