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पहले टारगेट लॉक, फिर मिसाइलों से अटैक... अबकी बार PAK में भारत का इजरायली स्टाइल में वार!

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इजरायली शैली में सटीक और प्रभावी हमले किए. उन्नत हथियारों ने पाकिस्तान के HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को बेकार साबित किया. आतंकी ठिकानों को तबाह किया. यह भारत की "पहले टारगेट लॉक, फिर तबाही" की रणनीति का एक और उदाहरण है, जो इजरायल की सैन्य नीति से प्रेरित है.

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पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में बिलाल मस्जिद में मौजूद आतंकी ठिकाने पर भारतीय सेना ने हमला किया. (फोटोः रॉयटर्स)
पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में बिलाल मस्जिद में मौजूद आतंकी ठिकाने पर भारतीय सेना ने हमला किया. (फोटोः रॉयटर्स)

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी सैन्य रणनीति को और आक्रामक बनाया. भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए. इन हमलों की तुलना इजरायल की सैन्य रणनीति से की जा रही है, जिसमें पहले टारगेट को लॉक किया जाता है, फिर अचूक मिसाइलों से तबाही मचाई जाती है. 

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पहलगाम हमले और भारत का जवाब

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत को कड़ा जवाब देने के लिए मजबूर किया. भारत ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान के अंदर 9 ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इन ठिकानों में बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद और अन्य शामिल थे. इन हमलों को "ऑपरेशन सिंदूर" नाम दिया गया. 

यह भी पढ़ें: RAW ने चुने टारगेट, सेना-नेवी-एयरफोर्स ने किया काम तमाम... Operation Sindoor की इनसाइड स्टोरी

भारत की यह रणनीति इजरायल की "सर्जिकल स्ट्राइक" और "प्रीसिशन स्ट्राइक" शैली से प्रेरित मानी जा रही है. इजरायल अक्सर फिलिस्तीन, लेबनान या सीरिया में आतंकी ठिकानों पर बिना बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़े सटीक हमले करता है. भारत ने भी 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक में इसी तरह की रणनीति अपनाई थी.

Operation Sindoor, Precision Strike

इजरायली स्टाइल में भारत का वार: समानताएं

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इजरायल की सैन्य रणनीति और भारत के कथित हमलों में कई समानताएं देखी जा सकती हैं...

प्रीसिशन टारगेटिंग: इजरायल अपने खुफिया तंत्र (मोसाद) और ड्रोन-उपग्रह आधारित निगरानी से दुश्मन के ठिकानों को लॉक करता है. भारत ने भी इस हमले में सैटेलाइट इमेजरी, ड्रोन और रियल-टाइम इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया होगा. भारत का स्वदेशी नेट्रा AWACS (Airborne Warning and Control System) और इसरो के RISAT-2BR1 सैटेलाइट इस तरह के ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

सुपरसोनिक मिसाइलें: इजरायल की डेलिलाह क्रूज मिसाइल (250 किमी रेंज), SCALP, Hammer और स्पाइक मिसाइलों की तरह, ब्रह्मोस भी कम समय में भारी तबाही मचाने में सक्षम है.

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सीमित लेकिन प्रभावी हमला: इजरायल अक्सर बड़े युद्ध से बचते हुए, आतंकी ठिकानों पर सीमित हमले करता है. भारत ने भी PoK और पाकिस्तान के अंदर 10-100 किमी तक घुसकर हमले किए, जैसा कि X पोस्ट्स में दावा किया गया. यह रणनीति बड़े पैमाने पर युद्ध को टालते हुए दुश्मन को कमजोर करती है.

SEAD (Suppression of Enemy Air Defenses): भारत ने पाकिस्तान के चीनी निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए SEAD रणनीति अपनाई. इसमें सुखोई-30 MKI विमानों से Kh-31P एंटी-रेडिएशन मिसाइल और स्वदेशी रुद्रम-1 मिसाइल का इस्तेमाल हुआ. इजरायल भी सीरिया के S-300 सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए ऐसी रणनीति का इस्तेमाल करता है.

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Operation Sindoor, Precision Strike

पाकिस्तान का एयर डिफेंस और उसकी विफलता

पाकिस्तान ने अपनी हवाई रक्षा के लिए चीनी HQ-9 सिस्टम पर भरोसा किया, जिसकी रेंज 125-200 किमी है. यह सिस्टम 100 टारगेट्स को ट्रैक कर सकता है. 6 मिसाइलों को एक साथ नष्ट करने की क्षमता रखता है. लेकिन भारत की ब्रह्मोस और रुद्रम मिसाइलों ने इस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया. कुछ प्रमुख कारण... 

तकनीकी अंतर: HQ-9 का रडार भारत के S-400 सिस्टम (400 किमी रेंज) की तुलना में कमजोर है. यह सुपरसोनिक मिसाइलों को ट्रैक करने में सक्षम है, लेकिन रोकने में असफल रहा. 2022 में मियां चन्नू में गलती से गिरी ब्रह्मोस मिसाइल को भी HQ-9 नहीं रोक पाया था.

भारत की स्टील्थ तकनीक: ब्रह्मोस और रुद्रम मिसाइलें कम ऊंचाई पर उड़ान भरती हैं, जिससे रडार डिटेक्शन मुश्किल होता है. SCALP भी रडार में पकड़ नहीं पाती. 

जैमिंग और काउंटरमेजर्स: भारत ने इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम जैसे सम्यक और शक्ति का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी रडार को जाम किया.

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इजरायली रणनीति से प्रेरणा

इजरायल की रणनीति में खुफिया जानकारी, त्वरित कार्रवाई और न्यूनतम नागरिक नुकसान पर जोर होता है. भारत ने भी इस ऑपरेशन में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि नागरिक क्षेत्रों को. इजरायल की तरह, भारत ने भी अपने हमलों को सीमित रखा ताकि युद्ध की स्थिति न बने. हालांकि, भारत की चुनौती इजरायल से अलग है, क्योंकि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है. 

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सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

X पर यूजर्स ने भारत के इस कथित हमले को "इजरायली स्टाइल" और "पाकिस्तान में तबाही" करार दिया. एक यूजर ने लिखा, "भारत ने ब्रह्मोस से 9 टारगेट्स को तबाह कर दिया. यह इजरायल जैसा सटीक हमला है." एक अन्य यूजर ने कहा "पाकिस्तान का HQ-9 चीनी माल फेल हो गया. भारत की सैन्य ताकत बेमिसाल है."

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