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Paras Defence IPO से मोटी कमाई की उम्मीद, अब तक रिटेल का हिस्सा 50 गुना सब्सक्राइब

पारस डिफेंस (Paras Defence) के IPO को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है. खासकर रिटेल निवेशकों का डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग सेक्टर की कंपनी Paras Defence के IPO को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. निवेशकों को इस IPO से मोटी कमाई की उम्मीद है.

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • Paras Defence के IPO को शानदार रिस्पॉन्स
  • 23 सितंबर तक इस आईपीओ में निवेश का मौका
  • रिटेल निवेशक के लिए 35% हिस्सा आरक्षित

पारस डिफेंस (Paras Defence) के IPO को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है. खासकर रिटेल निवेशकों का डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग सेक्टर की कंपनी Paras Defence के IPO को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. निवेशकों को इस IPO से मोटी कमाई की उम्मीद है. 

आंकड़ों के मुताबिक दूसरे दिन यानी बुधवार दोपहर 1 बजे तक 27 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हो चुका है. सबसे ज्यादा रिटेल निवेश का हिस्सा 50 गुना सब्सक्राइब हुआ है. जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 10 गुना सब्सक्राइब हुआ है. वहीं क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशल बायर्स ने अभी केवल 0.04 फीसदी बोली लगाई है. 

वहीं पारस ग्रे मार्केट में Paras Defence का प्रीमियम लगातार बढ़ रहा है. ग्रे मार्केट में शेयर 365 रुपये ट्रेड कर रहा है. यानी 22 सितंबर 190 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार हो रहा है. ग्रे मार्केट में डिमांड को देखते हुए शानदार लिस्टिंग का अनुमान लगाया जा रहा है. 

डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग सेक्टर की कंपनी Paras Defence का IPO 23 सितंबर को बंद होगा. कंपनी इस इश्यू के जरिये 170.78 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. आईपीओ के जरिये पारस डिफेंस कंपनी 140.60 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू जारी करेगी. जबकि 30.18 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये बेचे जाएंगे. आईपीओ का प्राइस बैंड 165-175 रुपये शेयर है.

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आईपीओ का 50% हिस्सा इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है. नॉन-इंस्टीट्यूशनल के लिए 15% हिस्सा रखा गया है. जबकि रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35% हिस्सा रिजर्व है. कंपनी के प्रमोटर शरद विरजी शाह और मुंजाल शरद शाह हैं. 

पारस डिफेंस उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जो डिफेंस और स्पेस रिजर्स सेक्टर को कस्टमाइज्ड प्रोजेक्ट्स मुहैया कराती है. नवी मुंबई और थाणे में कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है. कंपनी की शुरुआत 2009 में हुई थी. पिछले 12 साल में कंपनी का कारोबार तेजी से फैला है. 

कंपनी के क्लाइंट लिस्ट में कई बड़ी कंपनियां हैं. जिसमें ISRO, DRDO, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स, गोदरेज एंड बॉयसे, TCS, किर्लोस्कर ग्रुप, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और भारत डायनेमिक्स है. 

जानकारों की मानें तो IPO के छोटे साइज, अच्छी वैल्यूएशन और डिफेंस सेक्टर पर कंपनी के फोकस को देखते हुए इस IPO में कई गुना बोलियां देखी जा सकती हैं. कंपनी को ड्रोन को लेकर आई PLI स्कीम से भी फायदा मिल सकता है.

 

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